झारखण्ड : मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 3976 युवाओं को मिले 59.61 करोड़ ऋण

हेमन्त सरकार : मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत एक वर्ष में 3,976 युवाओं के बीच वितरित हुए 59.61 करोड़ ऋण. दो वर्ष में तीन गुना युवाओं को मिला लाभ. अनुसूचित जाति /जनजाति, पिछड़ा, अल्पसंख्यक व दिव्यांग योवाओं को मिली है विशेष प्राथमिकता…

रांची : झारखण्ड में मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत विगत ढाई वर्ष में स्वरोजगार अपनाने वाले युवाओं लगभग तीन गुना लाभ मिला है. वर्ष 2021-22 में अनुसूचित जनजाति के 1672 युवाओं में से सूक्षम ऋण 1499, मध्यम ऋण 34, वृहत ऋण 33 एवं वाहन ऋण 106 लोगों को उपलब्ध कराया गया है. अनुसूचित जाति के 682 युवाओं के बीच सूक्षम ऋण 654, मध्यम ऋण 13, वृहत ऋण 3 एवं वाहन ऋण 12 लोगों के बीच वितरण किया गया है. 

पिछड़ा वर्ग में 1180 युवाओं के बीच सूक्षम ऋण 1096, मध्यम ऋण 18, वृहत ऋण 25 एवं वाहन ऋण 41 लोगों को दिया गया है. योजना के तहत दिव्यांग वर्ग के 70 युवाओं को सूक्षम और वाहन हेतु ऋण दिया गया. वहीं अल्पसंख्यक के 372 जरूरतमंद युवाओं को योजना का लाभ मिला है. इसमें सरकार द्वारा 59.61 करोड़ ऋण की राशि वितरित की गई है. हेमंत सरकार के गठन के साथ योजना को पुनः शुरू किये जाने का उद्देश्य राज्य के युवाओं को स्वरोजगार के माध्यम से आर्थिक समृधि की ओर अग्रसर करना है.

आय वृद्धि एवं स्वरोजगार हेतु राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं द्वारा स्वीकृत सावधि ऋण योजना की स्थिति 

आय वृद्धि एवं स्वरोजगार हेतु राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं द्वारा स्वीकृत सावधि ऋण योजनाओं के तहत अनुसूचित जनजाति के युवाओं को 2017-18 में 44 लोगों के बीच 60.15 लाख रुपये, 2018-19 में 256 लोगों के बीच 107.85 लाख रुपये एवं 2019-20 में 323 लोगों के बीच 211.76 लाख ऋण की राशि वितरित की गई. विगत तीन वर्ष में 623 युवाओं के बीच 379.76 लाख की राशि वितरित की गई है.

पिछड़ा वर्ग के युवाओं में 2017-18 में 15 लोगों के बीच 4.60 लाख रुपये, 2018-19 में 114 के बीच 30.05 लाख रुपये एवं 2019-20 में 225 लोगों को 89.50 लाख ऋण की राशि दी गई. इस प्रकार पिछड़ा वर्ग के कुल 354 युवाओं के बीच 124.15 लाख की राशि वितरित की गई है. दिव्यांग जन के 36 युवाओं को योजना के जरिये लाभ दिया गया है. 2017-18 में 06, 2018-19 में 12 एवं 2019-20 में 18 लोगों को लाभ दिया गया. इनके बीच विगत तीन वर्ष में 36 युवाओं के बीच 43.60 लाख की राशि वितरित हुई. 

अनुसूचित जाति के 2017-18 में 241 युवाओं के बीच 251.73 लाख, 2018-19 में 259 युवाओं के बीच 130.17 लाख रुपये एवं 2019-20 में 556 युवाओं के बीच 229.85 लाख की राशि वितरण की गई. उपरोक्त तीन वित्तीय वर्ष में अनुसूचित जाति के युवाओं के बीच कुल 611.75 लाख रुपये ऋण दिया गया है. वहीं अल्पसंख्यक समुदाय के लिए 2019-20 में 215 लोगों को योजना का लाभ देते हुए 125.05 लाख की राशि वितरण की गई.

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