झारखण्ड : महिला नेत्री कल्पना सोरेन के राजनीतिक कौशल से केन्द्रीय सरकार समेत आरएसएस तक अचंभित. कल्पना सोरेन अब राज्य के समस्त मूलवासियों को समेटने के दिशा में अपने सधे क़दमों से बढ़ चली है.
रांची : स्थानीय नेताओं के दुत्कार के अक्स में एक तरफ केन्द्रीय बीजेपी ने झारखण्ड में बाबुला मरांडी, अमर बाउरी, निशिकांत दुबे की काबिलियत को भी दरकिनार करते हुए, विधायक खरीद-फरोख्त को संरक्षण देने वाले हिमंता विश्वशर्मा और मध्य प्रदेश में महिला वोटरों साधने वाले मामा को झारखंड के चुनावी मैदान उतारी है. तो वहीं झारखण्ड में अपनी कुशलता के बल पर उभरी महिला नेत्री, गांडय विधायक कल्पना सोरेन ने राज्य के सभी मूलवासियों को समेटने और संरक्षण देने के दिशा में सधे कदम बढ़ा, तानाशाही विचारधारा को फिर एक बार अचंभित कर दिया है.
ज्ञात हो, पलामू, माँ गढ़देवी की पावन धरती पर पहुँच गढ़देवी माता को नमन कर जहाँ कल्पना सोरेन ने राज्य के सभी महिला शक्तियों का आह्वान किया. तो वहीँ दूसरी और झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं, नेताओं और बुद्धिजीवी थिंकटैंक से मुलाकात कर उनमें आत्मविश्वास भर, राज्य की जनता को राज्य में नई विकासशील राजनीति के उदय होने का भान करा दिया है. उनका स्पष्ट बयान- ‘पूरे राज्य में झामुमो परिवार का कुनबा बढ़ते जा रहा है, झामुमो सिपाही ने कमर कस ली है, स्थिति को स्पष्ट करता है.
हुसैनाबाद में विभिन्न दलों के 750 लोगों ने झामुमो की सदस्यता ली
झामुमो के मिलन समारोह में गांडय विधायक कल्पना सोरेन उपस्थित हो जिला परिषद उपाध्यक्ष के नेतृत्व में विभिन्न दलों के 750 लोगों को झामुमो की सदस्यता दिलाई है. उन सभी मूलवासियों को स्वयं झामुमो का अंग वस्त्र प्रदान कर उन्हें एक झारखंडी होने पर गर्व कराया है. साथ ही कल्पना सोरेन का नागरिक अभिनंदन किया जाना, झारखण्ड के साथ सौतेला व्यवहार का जिक्र और उनका कहना हेमन्त सोरेन के द्वारा शुरू की गयी योजनाओं को चंपई सोरन चाचा अच्छी तरह से आगे बढ़ा रहे हैं. विपक्ष को भयभीत कर दिया है.