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दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की थी कि कोरोना वायरस संकट से निपटने में राष्ट्र के सामूहिक संकल्प और एकजुटता को प्रदर्शित करने के लिए घरों में रहें। साथ ही घर में रहते हुए ही रविवार रात नौ बजे नौ मिनट तक बत्तियां बुझा दें और दीये, मोमबत्ती या फिर मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट जलाएं। जबकि लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के इस आह्वान का पालन करने में अति उत्साह का परिचय दिया।
कारण कि रविवार रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों से अतिशबाजी किए जाने की खबरें आईं। रविवार रात नौ बजते ही, ज्यादातर घरों में बत्तियां बुझा दी गईं और लोगों ने बालकनी में खड़े होकर मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाई। कइयों ने दीये और मोमबत्ती भी जलाये।
उस दौरान आतिशबाजी, थाली बजाने की आवाज, सीटी और पुलिस वाहन की सायरन भी सुनाई दी। कुछ स्थानों पर हिंदू भक्ति गीत बजाये गये तो कहीं मंत्रोच्चार किया गया। गुजरात के अहमदाबाद से कुछ लोगों के ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ जैसे नारे लगाने तथा अन्य के आतिशबाजी करने की भी खबरें हैं। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कुछ स्थानों से हिंदू भक्ति गीत बजाने, मंत्रोच्चार करने और राष्ट्रगान बजाने की खबरें हैं।
इस मौके पर तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने चेन्नई स्थित राजभवन में नौ मिनट के बत्तियां बुझा दीं। छत्तीसगढ़, झारखंड और गोवा से भी बत्ती बुझाने और दीये आदि जलाए जाने की खबरें हैं। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में ठीक रात नौ बजे जिला प्रशासन ने सायरन बजाए। कुछ लोगों ने पटाखे भी जलाए।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों में बड़ी संख्या में लोगों ने रात नौ बजे नौ मिनट के लिए दीये, मोमबत्ती, मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाई। महाराष्ट्र में राकांपा प्रमुख शरद पवार, गायिका लता मंगेशकर, महानायक अमिताभ बच्चन और कई अन्य अभिनेता-अभिनेत्रियों सहित बॉलीवुड हस्तियों ने भी प्रधानमंत्री की अपील पर ऐसा किया।
बता दें कि यह दूसरा मौका है जब मोदी ने जारी ‘लॉकडाउन’ के दौरान इस वैश्विक महामारी के खिलाफ लोगों को एकजुट करने की कोशिश की। लॉकडाउन से ठीक पहले 22 मार्च को ‘‘जनता कर्फ्यू ’’के दौरान भी लोगों ने प्रधानमंत्री की अपील पर ताली, थाली, और घंटी आदि बजा कर कोरोना वायरस संकट का मुकाबला कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों का उत्साह बढ़ाया था।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की थी कि कोरोना वायरस संकट से निपटने में राष्ट्र के सामूहिक संकल्प और एकजुटता को प्रदर्शित करने के लिए घरों में रहें। साथ ही घर में रहते हुए ही रविवार रात नौ बजे नौ मिनट तक बत्तियां बुझा दें और दीये, मोमबत्ती या फिर मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट जलाएं। जबकि लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के इस आह्वान का पालन करने में अति उत्साह का परिचय दिया।
कारण कि रविवार रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों से अतिशबाजी किए जाने की खबरें आईं। रविवार रात नौ बजते ही, ज्यादातर घरों में बत्तियां बुझा दी गईं और लोगों ने बालकनी में खड़े होकर मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाई। कइयों ने दीये और मोमबत्ती भी जलाये।
उस दौरान आतिशबाजी, थाली बजाने की आवाज, सीटी और पुलिस वाहन की सायरन भी सुनाई दी। कुछ स्थानों पर हिंदू भक्ति गीत बजाये गये तो कहीं मंत्रोच्चार किया गया। गुजरात के अहमदाबाद से कुछ लोगों के ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ जैसे नारे लगाने तथा अन्य के आतिशबाजी करने की भी खबरें हैं। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कुछ स्थानों से हिंदू भक्ति गीत बजाने, मंत्रोच्चार करने और राष्ट्रगान बजाने की खबरें हैं।
इस मौके पर तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने चेन्नई स्थित राजभवन में नौ मिनट के बत्तियां बुझा दीं। छत्तीसगढ़, झारखंड और गोवा से भी बत्ती बुझाने और दीये आदि जलाए जाने की खबरें हैं। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में ठीक रात नौ बजे जिला प्रशासन ने सायरन बजाए। कुछ लोगों ने पटाखे भी जलाए।
देश के हर वर्ग ने मनाया ‘उजाले का पर्व’

देश में हर वर्ग ने कुछ इस तरह ‘उजाले का पर्व’ मनाया।
– फोटो : Social Media
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों में बड़ी संख्या में लोगों ने रात नौ बजे नौ मिनट के लिए दीये, मोमबत्ती, मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाई। महाराष्ट्र में राकांपा प्रमुख शरद पवार, गायिका लता मंगेशकर, महानायक अमिताभ बच्चन और कई अन्य अभिनेता-अभिनेत्रियों सहित बॉलीवुड हस्तियों ने भी प्रधानमंत्री की अपील पर ऐसा किया।
बता दें कि यह दूसरा मौका है जब मोदी ने जारी ‘लॉकडाउन’ के दौरान इस वैश्विक महामारी के खिलाफ लोगों को एकजुट करने की कोशिश की। लॉकडाउन से ठीक पहले 22 मार्च को ‘‘जनता कर्फ्यू ’’के दौरान भी लोगों ने प्रधानमंत्री की अपील पर ताली, थाली, और घंटी आदि बजा कर कोरोना वायरस संकट का मुकाबला कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों का उत्साह बढ़ाया था।
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