झारखण्ड : बीजेपी की बाहरी निति के अक्स में राज्य की मूल मांगे राजभवन के दहलीज पर दम दे. तो निश्चित रूप से राज्य को कल्पना सोरेन जैसी नायिका की आवश्यकता है.
रांची : गांडेय उपचुनाव के झामुमो प्रत्याशी कल्पना सोरेन का स्पष्ट कथन कि मैं हेमन्त सोरेन की आवाज बनकर आपके बीच आयी हूं. जिसके अक्स में उनकी आवाज का गर्जन पूर्व के भाजपा सता के 20 सालों की झारखण्ड विरोधी नीतियों के विरुद्ध हेमन्त सोरेन की वही जन पक्ष आवाज का आभास कराये. तो बतौर झारखंडी प्रत्याशी जनता में उनकी स्वीकार्यता राज्य हित के दृष्टिकोण से एक सटीक जन निर्णय माना जा सकता है.
झारखण्ड का सीएम स्वयं कहे कि हेमन्त सोरेन राज्य के हक-अधिकार के लिए दिन-रात काम करते रहे. हेमन्त के 4 साल का कार्यकाल भाजपा के 20 सालों के कार्यकाल पर इतना भारी रहा कि इन्हें अपनी राजनितिक ज़मीन बचाने हेतु हेमन्त को चुनाव से पहले जेल में डालन पड़ा. मसलन, 20 मई को गांडेय उपचुनाव में 1 नंबर पर तीर-धनुष का बटन दबा राज्य के हक-अधिकार से खिलवाड़ करने वाले को करार जवाब दें. तो राज्य के परिपेक्ष में कल्पना सोरेन की प्रासंगिकता समझी जा सकती है.
कल्पना सोरेन जैसी नायिका झारखण्ड की आवश्यकता
हेमन्त सोरेन की आवाज के रूप में चर्चित कल्पना सोरेन मचों से कहे कि केंद्र की भाजपा सरकार राजतंत्र की मंशा पूर्ति हेतु संविधान समाप्त करने की साजिश रच रही है. हमारे देश का संविधान कोई मामूली किताब नहीं है. यह हर वर्ग के गरीब और दबे-कुचलों की आजादी का अंतिम आस है. यह हमारे लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ है, हमारे हक-अधिकार के संरक्षण का एकमात्र शक्तिपुंज है. मसलन, हमें वोट की चोट के आसरे उनकी सभी सामन्ती साजिश को विफल करना है.
भाजपा की पूर्व सरकार राज्य के लाखों गरीबी के राशन कार्ड निरस्त करे. जिसके अक्स में हमारी बेटी भात-भात करते काल के मुंह में समा जाए. हजारों स्कूल बंद करे. लाखों लोगों का आवास भाजपा-शासित राज्यों को दे दे. बीजेपी की बाहरी निति के अक्स में राज्य की मूल मांगे राजभवन के दहलीज पर दम दे. तो निश्चित रूप कहा जा सकता है राज्य को कल्पना सोरेन जैसी नायिका की नितांत आवश्यकता है. और जनता ने उन्हें चुनती है तो कोई गलती नहीं करती है.