कल्पना सोरेन ने न्याय महारैली के आसरे मोदी सभा को दी चुनौती

झारखण्ड : उलगुलान न्याय महारैली के आसरे कल्पना सोरेन ने बड़ी कुशलता से रांची का प्रभात तारा मैदान का चयन कर मोदी के धनबल पर जुट रही भीड़ को चुनौती दी है.

रांची : वर्तमान लोकसभा चुनाव की पटकथा विपक्ष को सामान बेटल फील्ड न देने का सच लिए है. इंडिया गठबंधन को मेन स्ट्रीम मीडिया में जगह नहीं मिल रही. सरकारी संस्थानों के आसरे इनके समक्ष समस्याएं खडी की जा रही है. इसके नेताओं की गिरफ्तारी हो रही है. सोशल मीडिया के प्रोटोकाल भी इनकी आवाज की रीच को फैलाने के बजाय संकुचित करने का सच लिए है. ऐसे में, वह ग्राउंड जीरो पर पहुँच जनता तक देश की परिस्थितियां पहुंचाने का प्रयास करती दिख चली है. 

कल्पना सोरेन ने न्याय महारैली के आसरे मोदी सभा दी चुनौती

देश में लोकतंत्र संरक्षण के मद्देनजर इस लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबन्ध की महिला नेत्रियां प्रथम पंक्ति में खड़ा हो नायिका के रूप में कमान थाम रखी है. झारखण्ड की कल्पना सोरेन का ज़ख़्मी शेरनी का रूप स्पष्ट उदाहरण है. ज्ञात हो, गुजरात लॉबी की सामन्तवादी राजनितिक प्रताड़ना के अक्स में पूर्व सीएम हेमन्त सोरेन की केन्द्रीय शक्तियों के प्रभाव में जाच एजेंसी के आसरे गिरफ्तार कर राज्य के ऐससी, एसटी, ओबीसी और गरीब के भविष्य को अँधेरे में धकेलने का प्रयास हुआ है.

कल्पना की न्याय महारैली मोदी की सभाओं को पछाड़ता दिख रहा 

देश में जब भी संकट की परिस्थिति रही है झारखण्ड ने कभी पीठ नहीं दिखाया है. आजादी की लड़ाई का दौर हो, कोरोना संकट हो, इस राज्य ने बिना झुके-डरे देश हित में निर्णायक फैसले लिए हैं. वर्तमान सामन्ती राजनितिक संकट के दौर में भी इस सत्य को स्पष्ट महसूस किया जा रहा है. ज्ञात हो, 21 अप्रैल 2024 को रांची, प्रभात तारा मैदान मे उलगुलान न्याय महारैली बुलाया गया है. जिसका कमान स्वयं कल्पना सोरेन संभाल रही है. और पूरी पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़ी दिख चली है. 

कल्पना सोरेन स्वयं इंडिया गठबंधन के प्रभावी और अनुभवी नेताओं को आमंत्रित कर रही हैं. अब तक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड्गे, राहुल गांधी, पंजाब सीएम भगवंत मान सिंह, पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, दीपंकर भट्टाचार्य जैसे बड़े नेताओं की सहमति मिल चुकी है. इस न्याय रैली का मुख्य मुद्दा केन्द्रीय तानाशाही, हेमन्त सोरेन-अरबिंद केजरीवाल समेत एनी नेताओं की गिरफ्तारी, इलेक्टोरल बांड घोटाला, महिला प्रताड़ना, महंगाई मुख्य मुद्दा होगा.

तमाम परिस्थियों के बीच यह स्पष्ट हो चला है कि उलगुलान न्याय महारैली के आसरे कल्पना सोरेन ने बड़ी कुशलता से रांची का प्रभात तारा मैदान का चयन कर मोदी के धनबल पर जुटने वाली भीड़ को चुनौती दी है. जाहिर है झारखण्ड एससी, एसटी, ओबीसी और गरीब बाहुल्य क्षेत्र है. और इस रैली में केवल झामुमो ही नहीं इंडिया गठबंधन के सभी दलों के नेता-कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे. ऐसे में धुर्वा का प्रभात तारा मैदान की रैली स्पष्ट रूप से मोदी की सभाओं को पछाड़ता दिख रहा है.

Leave a Comment