झारखण्ड : सीएम सोरेन ने जियाडा के अंतर्गत आने वाली जमीन का सीमांकन और बोर्ड लगाने का दिया निर्देश. जियाडा क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने समेत मीटिंग में 15 एजेंडों पर चर्चा.
रांची : सीएम हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी, जियाडा की 11 वीं बोर्ड बैठक संपन्न हुई. सीएम के द्वारा पहले से हो रहे लापरवाहियों पर गंभीरता दिखाई गई. बैठक में सीएम के द्वारा निदेश दिया गया कि जियाडा के अंतर्गत आने वाली सभी जमीन का तत्काल सीमांकन और बोर्ड लगाए जाएं, ताकि ज़मीनों को अनधिकृत अतिक्रमण से बचाया जा सके. साथ ही जियाडा क्षेत्र में बिजली-पानी-सड़क जैसी मूलभूत इंफ्रास्ट्रक्चर बहाल करने का निदेश दिया गया.
प्लांट नहीं लगाने वालों को तत्काल जारे होगी नोटिस
बैठक में सीएम के सख्त लब्जों में कहा गया कि जियाडा के जिन कंपनियों को भूमि आवंटित हुई है, औरउनके द्वारा यहां अबतक कोई प्लांट स्थापित नहीं किया गया है, उन्हें तत्काल नोटिस जारी हो साथ ही उनके द्वारा जियाडा परिसर के आसपास के क्षेत्रों में जिन उत्पादों की ज्यादा डिमांड और उत्पादन होता है, वैसे ही उत्पादों से जुड़े सामग्री बनाने वालों को जियाडा परिसर में जमीन आवंटित करने में प्राथमिकता दिए जाने का निदेश दिया गया.
15 एजेंडों पर चर्चाजियाडा की संपन्न बोर्ड मीटिंग में कुल 15 एजेंडों पर गम्भिता पूर्वक चर्चा हुई. इस दौरान अधिकारियों के द्वारा सीएम को जानकारी दी गई कि राज्य में जियाडा के बोकारो, आदित्यपुर, रांची और संथाल परगना प्रक्षेत्र में कुल 132 इंडस्ट्रियल एरिया में 3484 इंडस्ट्रियल यूनिट हैं. वहीं, जियाडा के अधीन 9013 एकड़ जमीन है, जिसमें 8021 एकड़ जमीन इंडस्ट्रियल यूनिट के लिए आवंटित की गई है.