2016 में 3.5 करोड़ की टी-शर्ट पहनकर 35 लाख की चॉकलेट खा गए रघुवर?

रघुवर सरकार में हुए झारखंड स्थापना दिवस समारोह 2016 कार्यक्रम भी घोटाले की जद में, बच्चों के बीच बांटे गए टीशर्ट-टॉफी में बरती गयी थी अनियमितता

झारखंड स्थापना दिवस समारोह 2016. तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में आयोजित भव्य कार्यक्रम. 3.5 करोड़ रुपये का टी शर्ट और 35 लाख रुपये के टॉफी बांटे गए. जिसमे अनियमितताएं बरती जाने की ख़बरें बाहर आयी है. और मामले में निष्पक्ष जांच को लेकर लगातार दबाव बढ़ रहा है. पूर्व मंत्री व जमशेदपुर पूर्वी विधायक सरयू राय ने इस सम्बन्ध में पत्र लिखकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जांच की मांग की है. 

टॉफी की आपूर्ति के कोई दस्तावेज़ नहीं 

पंचम झारखण्ड विधान सभा बजट सत्र, 22 मार्च को सरयू राय द्वारा पूछे गये अल्पूसचित प्रश्न संख्या – 85 के उत्तर में सरकार ने माना है कि राज्य स्थापना दिवस – 2016 के अवसर पर प्रभात फेरी कार्यक्रम में, स्कूली बच्चों के बीच 3.5 करोड़ रूपये की टी-शर्ट और 35 लाख रूपये की टॉफी बाँटी गयी थी. जिसकी खरीद में अनियमितताएं बरती गयी. टॉफी की आपूर्ति करने वाली जमशेदपुर के “लल्ला इंटरप्राईजेज” पर वाणिज्य-कर विभाग ने 17 लाख रूपये से अधिक का जुर्माना लगाया है. क्योंकि, उस अवधि में “लल्ला इंटरप्राईजेज” के हिसाब-किताब में न तो टॉफी की खरीद का जिक्र है और न ही टॉफी की बिक्री का जिक्र है. 

5 लाख टी-शर्ट को लुधियाना से किन वाहनों से लाया कागज़ात नहीं 

पंजाब के लुधियाना से “मेसर्स कुड़ फैब्रिक्स” द्वारा आपूर्ति किये गये 3.5 लाख टी-शर्ट को किन वाहनों से लाया गया, इसका भी जिक्र नहीं है. झारखण्ड सरकार को नहीं पता है कि टी-शर्ट को लूधियाना से रांची लाने के लिए लाने के लिए पंजाब सरकार के किसी ट्रक को रोड परमिट दिया था? साथ ही झारखण्ड की सीमा में ट्रक का प्रवेश एवं रांची तक आने में झारखण्ड सरकार द्वारा “कड़ फैब्रिक्स” को कोई रोड परमिट जारी क्यों नहीं किया गया. यानी टॉफी व टी-शर्ट की आपूर्ति में साफ़ तौर पर फर्जीवाड़ा हुआ है. टी-शर्ट की खेप यदि रेलवे से आई है तो उसकी बिल्टी भी होनी चाहिए थी, जो नहीं है.

मसलन, तत्कालीन झारखण्ड सरकार के पास मामले में ऐसा कोई कागजात या दस्तावेज नहीं है. सरयू राय ने कहा है कि राज्य स्थापना वर्ष-2016 के अवसर पर बांटे गए केवल टॉफी और टी-शर्ट की खरीद में ही भ्रष्टाचार नहीं हुआ है, अन्य मदों में भी घपला-घोटाला हुआ है.

निजी कार्यक्रम के खर्च भी सरकारी खाते में दिखाए जाने का अंदेशा 

6 नवंबर, 2016, अवसर छठ पूजा, जमशेदपुर में एक निजी कार्यक्रम में गायिका सुनिधि चौहान को बुलाने का खर्च तकरीबन 55 लाख रूपये से अधिक का व्यय सरकारी खाते द्वारा दिखाए जाने का अंदेशा जताया गया है. जो जांच का विषय है. क्योंकि, इस निजी कार्यक्रम का खर्च भी राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर हुए सरकारी कार्यक्रम के खर्च में ही जोड़ दिए जाने का अंदेशा जताया जा रहा है. सूर्य मंदिर परिसर, जमशेदपुर में आयोजित छठ पूजा कार्यक्रम के आयोजन में कितना खर्च हुआ, सार्वजनिक होना चाहिए. 

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