झारखण्ड राज्य स्थापना दिवस अलंकरण परेड में शामिल हुए मुख्यमंत्री – ली सलामी

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन झारखण्ड राज्य स्थापना दिवस अलंकरण परेड समारोह में हुए शामिल, ली सलामी. वीरता/उत्कृष्ट कार्य के लिए 57 पुलिस पदाधिकारियों/जवानों को मेडल देकर किया सम्मानित.

मुख्यधारा से भटके युवकों को मेनस्ट्रीम में वापस लौटने पर सम्मान के साथ जीने और रोजगार उपलब्ध कराएगी सरकार.

पुलिस जवानों का मनोबल हमारी ताकत है. इस ताकत के बल पर अमन-चैन और शांति का माहौल कायम है.

उग्रवाद तथा असामाजिक एवं आपराधिक संगठनों को नियंत्रित करने में काफी हद तक मिल चुकी है कामयाबी

 हर चेहरे पर मुस्कान लाने के मकसद के साथ सरकार कर रही काम बाहरी मानसिकता

 हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री, झारखण्ड

जैप- वन ग्राउंड, रांची : हमें झारखण्ड के वीर पुलिस जवानों पर गर्व है. झारखण्ड जैसे कठिन भौगोलिक क्षेत्र वाले राज्य में हमारे पुलिस पदाधिकारियों और जवानों ने कर्तव्यनिष्ठा और अदम्य साहस से विभिन्न चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है, उनका मनोबल हमारी ताकत है. जिसके बल पर राज्य की आबादी अमन चैन और शांति के साथ रहती है. हमें विश्वास है हमारे जवान का यह मनोबल भविष्य में भी कायम रहेगा. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने झारखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिस पदाधिकारियों, जवानों और वीरगति को प्राप्त हुए शहीदों के परिजनों को संबोधित करते हुए ये बातें कही. 

झारखण्ड राज्य स्थापना दिवस परेड अलंकरण समारोह के इस पावन मौके पर उन्होंने भारी बारिश के बीच आकर्षक परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली. मुख्यमंत्री ने समारोह में 57 पुलिस पदाधिकारियों/जवानों के उत्कृष्ट कार्य को मेडल से सम्मानित किया .

राज्य ने देखे हैं कई उतार-चढ़ाव 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद पिछले 20 सालों में हमने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. इस दौरान हमने कई मुकाम हासिल किए तो कई चुनौतियों और समस्याओं का सामना भी किया. कर्तव्यों को निभाते हुए कई जवान ने वीरगति पायी. फिर भी मनोबल नहीं टूटा. अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्य को पूरी ईमानदारी और सत्य निष्ठा के साथ निभा रहे हैं.

उग्रवाद नियंत्रण में आपकी भूमिका सराहनीय

मुख्यमंत्री -अलग राज्य बनने के बाद झारखण्ड की गिनती पूरे देश में सबसे ज्यादा उग्रवाद प्रभावित राज्यों में होती रही. लेकिन, आपकी ताक़त ने उग्रवाद को मुंह तोड़ जवाब दिया है. आज हम उग्रवाद को काफी हद तक नियंत्रित करने में कामयाबी हासिल की है. साथ ही उग्रवाद की आड़ में पनपे असामाजिक और अपराधिक संगठनों को भी करारा जवाब मिला है.

मुख्यधारा से भटके युवकों से वापस लौटने का आग्रह -मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री – राज्य में पूर्व की नीतियों से उपजे विभिन्न कारणों से राज्य के कुछ युवा वर्ग मुख्यधारा से भटक गए हैं. ऐसे युवकों को राज्य के हित में मुख्यधारा में वापस लौटें यह दिली आग्रह है. मुख्यधारा में वापस लौटने वालों को सरकार सम्मान के साथ जीने का अधिकार और रोजगार उपलब्ध कराएगी .

हर चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध -मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री – अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक पहुंचने के लिए सरकार प्रतिबद्धता है. और पूरी ताकत के साथ उनके लिए काम कर रही है. उनसे अपील है कि वह सरकार की ओर विश्वास के साथ बढ़ने का प्रयास करें. सरकार का मकसद हर चेहरे पर मुस्कान लाना है. इसके लिए कई विकास और कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है. सभी को सम्मान और सुविधाएं मिले, इसी लक्ष्य के साथ सरकार कार्य योजना बना रही है.

जैप वन ग्राउंड का होगा ब्यूटीफिकेशन, बढ़ाई जाएगी सुविधाएं

मुख्यमंत्री – राजधानी रांची के डोरंडा जैप ग्राउंड का ऐतिहासिक महत्व है. यह कई महत्वपूर्ण समारोह व कार्यक्रमों का गवाह रहा है. इस मैदान के सौंदर्यीकरण होगा व सुविधाओं से लैस कराई जाएगी. ताकि उसका और बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जा सके. उन्होंने इस मौके पर जैप परिसर की सड़कों का कालीकरण करने की भी घोषणा की.

पुलिस पदाधिकारियों जवानों को किया सम्मानित

मुख्यमंत्री ने समारोह में उत्कृष्ट कार्य के लिए 57 पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को मेडल देकर सम्मानित किया. इनमें एक पुलिस पदाधिकारी को विशिष्ट सेवा पदक,  27 पुलिस पदाधिकारियों/कर्मियों को मुख्यमंत्री वीरता पदक और 29 पुलिस पदाधिकारी/कर्मियों को सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया गया.  इस अवसर पर आयोजित परेड में झारखण्ड सशस्त्र पुलिस- 1, झारखण्ड सशस्त्र पुलिस-2, वायरलेस की बटालियन,  झारखण्ड सशस्त्र पुलिस -10 (महिला वाहिनी), इंडियन रिजर्व बटालियन -5,  रांची जिला बल और झारखण्ड जगुआर की टीम शामिल हुई . इसके अलावा झारखण्ड सशस्त्र पुलिस बटालियन- 1, झारखण्ड सशस्त्र पुलिस बटालियन -10 और झारखण्ड पुलिस अकादमी, हजारीबाग की बैंड टीम ने भी भाग लिया. इस समारोह में गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव-सह-मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा और डीजी अजय कुमार सिंह समेत कई पुलिस पदाधिकारी और शहीद जवानों के परिजन मौजूद थे.

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