झारखण्ड : सीएम हेमन्त सोरेन व्यस्त राजकीय कार्यक्रमों की वजहों से नहीं पहुंचे इडी दफ्तर. उन्होंने स्पष्ट कहा अगर गुनहगार हूँ तो मेरी गिरफ़्तारी हो.
रांची : झारखण्ड में आनन-फानन में सीएम हेमन्त सोरेन को इडी द्वारा भेजी गई समन से नाराज लाखों की संख्या में बिना आह्वान के राज्यवासी व समर्थक सुबह से ही रांची पहुंचने लगे थे. सरकार को सुरक्षा के मद्देनज ईडी व बीजेपी कार्यालय की सुरक्षा बढ़ानी पड़ी. सीएम सोरेन राजकीय कार्यक्रमों की व्यस्तता के कारण ईडी दफ्तर नहीं पहुंच सके. मसलन, एक बार फिर राज्य के विभीषणों व मौकाप्रस्त नेताओं के महत्वाकांक्षा को भारी चोट पड़ती दिखी.
सीएम सोरेन छतीसगढ़ मे हो रहे आदिवासी कार्यक्रम के लिए निकालने से पहले रांची पहुंचे राज्यवासियों व समर्थकों से रु-ब-रु हुए. भीड़ अपना आक्रोश केंद्र व झारखण्ड बीजेपी के प्रति प्रदर्शित कर रही थी. चारों दिशा ‘केंद्र सरकार होश में आव’, ‘आदिवासी मुख्यमंत्री को परेशान करना बंद करो’ जैसे नारों से गूंज रहा था. सीएम ने उपस्थित जनता के समक्ष मजबूत इरादे का परिचय देते हुए आक्रोशित भीड़ से शांत होने की अपील की.
सीएम ने कहा कि बीजेपी आदिवासी, दलित, पिछड़ों को शोषण का सामान समझ रखा है. चूंकि केन्द्रीय शक्तियों के प्रभाव में राज्य के महंगे संपदा लूटे गए है और लूटे जा रहे है. उसे पर जांच न हो इसलिए विपक्ष केन्द्रीय शक्तियों के प्रभाव में, बालू-गिट्टी के आड़ में स्थानीय नेताओं की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने जनता को पंचायतों में जाकर विपक्ष का पर्दाफास करने की आग्रह की. साथ ही, गुजरात के आदिवासियों से अपील की – एक भी आदिवासी बीजेपी को वोट न करे.