झारखण्ड : किसान सम्मान सह केसीसी वितरण कार्यक्रम में सीएम ने दीदीयों को किया नमन

झारखण्ड : किसान सम्मान कार्यक्रम में सीएम ने दीदीयों को किया नमन. कहा पूर्व की सरकार अन्नदाता को ही आशीर्वाद देने निकले थे. लेकिन हमने किसानों से आशीर्वाद लेने के लिए राज्य के किसानों को बिरसा किसान नाम दिया है – मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन

पलामू :  किसान सम्मान सह केसीसी वितरण कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश कहलाता रहा है. लेकिन मौजूदा केन्द्रिय सत्ता की नीतियों के अक्स में किसानो अत्याचार हो रहा है. नतीजतन, किसानों का आन्दोलन मोदी सरकार द्वारा ठोकी गई कीलों को पार कर लडाई लड़नी पड़ी. तब काले क़ानून को वापस लिया गया. ऐसे ही जब हमारे सरकार में राज्य के किसानों को सम्मान दिया जा रहा है तो व्यापारियों की सरकार को पेट में दर्द हो रहा है.

आज देशभर में महंगाई आसमान छू रही है लेकिन किसानों के आय में वृद्धि नाम मात्र पर भी नहीं हुआ है. यदि राज्य में पूर्व की सरकार नहीं उखाड़ फैका गया होता हो राज्य के किसान हालत और दयनीय होती. व्यापारियों की सरकार फसल उगाना नहीं जानते केवल पैसा उगाना जानती है. लेकिन, समय-समय पर किसान-गरीब द्वारा इन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया गया है.

हेमन्त सरकार बनते ही राज्य को कोरोना ने गिरफ़्त में ले लिया. लाखों जाने गई लेकिन भारत सरकार द्वारा मौतों की आंकड़ा आज तक नहीं सामने नहीं लाया गया है. स्थिति यह हो चली थी कि लाशों को चील-कौवे नोच रहे थे. ऐसे संकट के दौर में हेमन्त सरकार सरकार ने दीदीयों की मदद से राज्यवासियों को खाना खिलाया. अतः मैं उन तमाम दीदीयों को नमन करता हूँ. सरकार जानती है झारखण्ड आदिवासी-दलित, अल्पसंख्यक, बहुजन व गरीब बाहुल्य राज्य है. 

मसलन, हमारी सरकार में पेट्रोल पर 25 रुपए सब्सीडी दी गई. क्योंकि महंगाई घटेगी नहीं बढ़ेगी. केंद्र सरकार रोज़गार देने के बजाय रोज़गार छीन रही है. देश के सभी संस्थानों का निजीकरण हो गया. अब देश बिकने की बारी है. सब बिक जाएगा तो आप किसान खेती कहाँ करेंगे. हम आपकी ज़मीन को बचाने के प्रयास में लगे हैं. ज्ञात हो, पूर्व की सरकार अन्नदाता को ही आशीर्वाद देने निकले थे. लेकिन हमने किसानों से आशीर्वाद लेने के लिए राज्य के किसानों को बिरसा किसान नाम दिया है.

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