झारखण्ड : बीजेपी सरकारों के मुकाबले सीएम हेमन्त सोरेन के द्वारा राज्य में किसी भी क्षेत्र में खिंची गयी विकास की लकीर कहीं अधिक गाढ़ी है. इस सच से राज्य की जनता इनकार नहीं कर सकती.
रांची : झारखण्ड राज्य अलग होने के बाद से बीजेपी की अधिकांश सत्ता रही है. इस दरमियान झारखण्ड में न केवल बाहरियों का आगमन हुआ, राज्य के मूलवासियों के हक-अधिकारों का खुले आम दोहन हुआ. मूलवासियों की शिक्षा, रोजगार समेत नियुक्तियों में भी भागीदारी समाप्त करने का प्रयास हुआ. कमल क्लब के आसरे ग्राम सभा को नकारने का प्रयास हुआ. आदिवासियों के सुरक्षा कवच सीएनटी-एसपीटी एक्ट को ख़त्म करने की साजिश रची गयी.
हजारों सरकारी विद्यालय बंद किये गए. अडानी पॉवर प्लांट को जबरन आदिवासियों की ज़मीन लुटाई गयी. लैंड बैंक में राज्य की ज़मींने एकत्रित की गयी और झारखण्ड मोमेंटम के अक्स में चहेते कॉर्पोरेट को राज्य की ज़मीने लुटाई. अनुबंध कर्मियों व सरकारी कर्मियों के अधिकारों पर हमले हुए. राज्य दोहन की फेहरिस्त लंबी है. लेकिन हेमन्त शासन में ऐसे सभी जनविरोधी नीतियों पर न केवल विराम लगा. मूलवासियों पक्ष में विकास की नई लकीरें खींचने का सिलसिला प्रारंभ हुआ.
हेमन्त की सरकार में राज्यवासियों को हक़-अधिकार दिलाने के ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं. कोरोना त्रासदी के बाद महज 2 वर्षों में राज्य के लाखों लोगों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ राहत पहुंचाया गया. और इस विकास कार्य की लकीर राज्य में 20 वर्ष तक शासन करने वाली पूर्व की सरकारों के मुकाबले में कहीं अधिक लंबी और गाढ़ी है. राज्य अपने वीर पुरुखों के सपनों के राज्य की दिशा में बढ़ता प्रतीत हुआ है. सीएम हेमन्त ने भी इस मंशा को लगभग सभी मंचों से जाहिर किया है.
आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार -सीएम पहुंचे गुरूजी का जिला दुमका
ज्ञात हो, राज्य भर आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है. राज्य भर में शिविरों के माध्यम से आ रहे लाखों आवेदन का निष्पादन किया जा रहा है. सीएम भी स्वयं हर जिले का दौरा कर रहे हैं. इस कड़ी में वह 12 दिसंबर 2023 को दुमका पहुंचे. उनके द्वारा जनता से शिविरों के जरिए राज्य सरकार की लोक-कल्याणकारी विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने की अपील की.
सीएम ने जामताड़ा और दुमका जिले के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ वार्ता की. उन्होंने कहा कि हम अपने गांवों को मजबूत करने की दिशा में बढ़ रहे हैं. हमारा यह प्रयास राज्य को आगे ले जाएगा. आप से अपील है कि अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर लोगों को योजनाओं की जानकारी दें और उन्हें शिविर में विभिन्न योजनाओं से जोड़ें. लोगों के चेहरे पर खुशी लाना ही सरकार का लक्ष्य है. उन्होंने कार्यकर्ता एवं आम लोगों की समस्याओं के निदान हेतु पदाधिकारियों को निर्देश दिया.
सीएम हेमन्त सोरेन ने दुमका की जनता से कहा –
- मसलिया-रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना के तहत सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास हो रहा है. जिसमें किसान को धान के अतिरिक्त दलहन, तिलहन, रागी, ज्वार, मक्का जैसे फसलों की खेती के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी.
- दुमका के लोगों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराने एवं गांव को शहर से जोड़ने के लिए ₹650 करोड़ की लागत से 800 KM ग्रामीण सड़क निर्माण एवं पथ निर्माण विभाग द्वारा करीब ₹01 हजार करोड़ की 650 KM सड़क निर्माण की स्वीकृति दी गई है.
- ₹199 करोड़ की 50 एवं ₹835 करोड़ की 05 हजार 308 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ.
- 34 हजार 75 लाभुकों के बीच ₹53 करोड़ की परिसंपत्तियों का वितरण हुआ.
- वर्तमान में 80 उत्कृष्ट विद्यालय का शुभारंभ किया गया है. ऐसे विद्यालयों की संख्या पूरे राज्य में 5000 होगी, यहाँ निजी स्कूल के तर्ज पर सरकार द्वारा बच्चों को शिक्षा मिलेगी.
- मैं खुद प्रत्येक जिले में जाकर इस महा अभियान की समीक्षा कर रहा हूँ आप जनता कार्यकर्ता भी इसमें भागिदार बनें.