हेमंत सरकार का जेनेरिक दवा की खरीद प्रक्रिया का सरलीकरण करना – दूरदर्शी फैसला

पहले मेडिको सिटी को मेडिकल हब में बदलना, ऑपरेशन थिएटर एवं अल्ट्रासाउंड मशीन की स्थापना और अब जेनेरिक दवा की खरीद प्रक्रिया में सरलीकरण का फैसला स्वास्थ्य व्यवस्था की दिशा में बड़ी लकीर

राज्य वासियों को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था मुहैया कराने की दिशा में मुख्यमंत्री के प्रयास जनता को देगी बड़ी राहत 

राँची। वादे के मद्देनज़र बतौर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की समर्पित सक्रियता स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरंतर बेहतर कार्य के रूप में दिखे। तो राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था में एक बड़े बदलाव के संकेत हो सकते है। अस्पतालों का सुदृढ़ीकरण, मेडिसिन प्लांट का संरक्षण, यूनानी मेडिकल अस्पताल की शुरूआत, अस्पतालों में ऑपरेशन थिएटर व अल्ट्रासाउंड जैसे मशीनों का इंस्टालेशन, राजधानी में बनने वाले मेडिको सिटी को मेडिकल हब में बदलने का प्रयास और अब जेनेरिक दवाओं की खरीद प्रक्रिया में सरलीकरण का फैसला, जन सेवार्थ के मातहत स्पष्ट रूप में बड़ी लकीर का बुनियादी सच माना सकता है।

झारखंड में मौजूदा सत्ता के प्रमुख निर्णयों में से एक जीवन रक्षक जेनेरिक दवाओं के खरीद प्रक्रिया का सरलीकरण, हॉस्पिटलों में दवाईयों की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगा। ज्ञात हो कि जेनेरिक दवायें सस्ती होती है और गरीब के पहुँच में होती है। ऐसे में हेमंत सोरेन का केंद्र सरकार के पांच दवा निर्माताओं से 103 जीवन रक्षक दवाओं की खरीद का फैसला, निश्चित रूप से गरीब राज्य के गरीब जनता को राहत पहुंचाते हुए, उनका जीवन बचा सकती है। 

103 जेनेरिक दवाओं की हॉस्पिटलों में उपलब्धता साबित होगा मील का पत्थर

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार के पांच दवा निर्माता उपक्रमों से 103 जेनेरिक दवाओं को खऱीदने का फैसला। राज्य के विभिन्न हॉस्पिटलों में दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। जिन निर्माताओं से दवा खरीदने का फैसला हुआ है, उसमें Indian Drugs & Pharmaceuticals Ltd. (IDPL), Karnataka Antibiotics & Pharmaceuticals Ltd. (KAPL), Rajasthan Drugs & Pharmaceuticals Ltd. (RDPL), Bengal Chemicals & Pharmaceuticals Ltd. (BCPL) और Hindustan Antibiotics Ltd.(HAL) शामिल हैं। जिन 103 जेनेरिक दवाओं के खरीदने की अनुमति मिली है, उसका राज्य के हॉस्पिटलों में हमेशा मांग रहती है। 

मेडिको सिटी को मेडिकल हब में विकसित करने की पहल 

राज्यवासियों का इलाज राज्य में ही सुनिश्चित हो और उन्हें दूसरे राज्य का रूख न करना पड़े। इस दिशा में मुख्यमंत्री ने रांची के ईटकी में विकसित होने वाले मेडिको सिटी के स्वास्थ्य विभाग प्रेजेंटेशन कार्यक्रम में बड़ी घोषणा की। उन्होंने मेडिको सिटी को मेडिकल हब में विकसित करने की बात कही। मेडिको सिटी में मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल, मेडिकल एजुकेशनल हब, सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल और आयुर्वेद सेंटर बनाने की भी घोषणा मुख्यमंत्री ने इस दौरान की। 

सभी प्रखंडों में संचालित हॉस्पिटलों को 24 घंटे काम करने का निर्देश

बीते वर्ष दिसम्बर माह को विभागीय समीक्षा ने मुख्यमंत्री ने राज्य के 264 प्रखंड, 45 अनुमंडल और 24 जिला में संचालित हॉस्पिटलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का निर्देश दिया। उन्होंने इन हॉस्पिटलों को 24 घंटे सेवा देने के निर्देश दिए। जिन हॉस्पिटलों में आवश्यक कर्मियों यथा चिकित्सकों, नर्सों, पारा मेडिकल स्टाफ समेत अन्य की कमी को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश भी दिया। 

मुख्यमंत्री ने बोकारो स्थित सेल और जमशेदपुर स्थित एमजीएम अस्पताल को दुरुस्त करने की दिशा में कार्य करने की भी बात कही। हेमंत सोरेन ने आयुष अस्पताल जो पूर्व में बने हैं, उन्हें भी जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही राज्य में पाये जाने वाले मेडिसिन प्लांट से संबंधित डॉक्यूमेंट को तैयार करने का भी निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया। 

दुमका में हेमंत के प्रयासों से गरीब परिवारों को इलाज में होगी सुविधा 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने दुमका दौरे के दौरान डीएमसीएच में तीन ऑपरेशन थिएटर एवं अल्ट्रासाउंड मशीन का उद्घाटन किया। ऑर्थो ऑपेरशन थिएटर, सर्जरी ऑपरेशन थिएटर एवं स्त्री रोग विभाग की आपरेशन थिएटर का उद्घाटन किया गया। उन्होंने कहा कि इन ऑपरेशन थिएटर के बन जाने से मरीजों के इलाज में सुविधा होगी। इस दौरान उन्होंने पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया।

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