झारखण्ड : सीएम चम्पाई सोरेन ने की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की बैठक. किसानों के एनपीए माफी, खाद -बीज, कृषि सामग्रियां उपलब्ध कराने को लेकर निर्देश
रांची : झारखण्ड के पूर्व सीएम हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में कोरोना जैसे भीषण संकट के बीच भी कृषि और किसान विकास में ठोस योजनायें ज़मीन पर उतारी गयी थी. किसानों की 50000 रु. कर्ज माफ़ी, किसान पाठशाला, कृषि आधुनिकीकरण, किसानों की आय बढोतरी, सिंचाई जल व्यवस्था, कृषि सामग्री-उपकरण मुहैया जैसे कई विकल्पों पर ठोस कार्य हुए थे. जिसके अक्स में पलायन रुका, प्रवासी मजदूरों को काम मिले और कृषि क्षेत्र में महिलाओं का रुझान बढ़ा. लेकिन केन्द्रीय साजिश के द्वारा जेल जैसी अड़चने पैदा कर ऐसे मानवीय कार्यों को रोकने का प्रयास हुआ.
लेकिन सीएम चंपाई सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार फिर एक बार हेमन्त सोरेन की कृषि नीतियों को तेजी से आगे बढाने की दिशा में बढ़ चली है. इस बाबत सीएम के द्वारा कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की उच्चस्तरीय बैठक संपन्न हुई. जिसमें किसानों के एनपीए माफी, खाद-बीज व कृषि सामग्रियां उपलब्ध कराने को लेकर सम्बंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए. कृषि से जुसे किसानों, कृषक समूहों और किसान संगठनों से संवाद स्थापित करने के निर्देश दिए गए है. किसानों की सशक्तिकरण से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, मंशा दोहराई गई.
कृषि और किसानों की योजनाओं पर सरकार गंभीर
सीएम के द्वारा कहा जाना कि किसानों की सशक्तिकरण को लेकर राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. इसके लिए सरकार की कई योजनाएं हैं. इन योजनाओं का लाभ अन्नदाताओं को मिले यह सुनिश्चित हो. कृषि-किसानों की समृद्धि से राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना के तहत दो लाख रुपए तक का ऋण माफ करने की सरकार की योजना है. किसानों के एनपीए माफी के लिए बैंकों से जल्द बात हो. और मृतक लाभुकों का सही तरीके से सत्यापन करने के बाद ऋण माफी की राशि का भुगतान किया जाए, पूर्व सीएम हेमन्त की याद दिला जाती है.
सीएम चंपाई सोरेन के द्वारा दिए गए निर्देश
- योजनाओं के क्रियान्वयन में टाइम लाइन का रखें ध्यान
- राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में जल स्तर का आकलन कर बोरिंग हो
- लैम्प्स-पैक्स के नोटिस बोर्ड पर खाद बीज की उपलब्धता से जुड़ी जानकारी डिस्प्ले हो
- किसानों और कृषक संगठन तथा समूह से संवाद स्थापित करें
- मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के लिए तालमेल बनाकर कार्य करें