स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा : पीएसए प्लांट के अलावा बैकअप के लिए होंगे ऑक्सीजन सिलेंडर

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा – राज्य के अस्पतालों में पीएसए प्लांट के अलावा बैकअप के रूप में होगी ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था. आगामी 7 पीएसए प्लांट 30 सितंबर तक व 15 अक्टूबर तक राज्य में 11 पीएसए प्लांट हो जाएंगे तैयार. आरटीपीसीआर लैबों मैं अभी प्रतिदिन लगभग 32 हज़ार की जांच क्षमता. जांच की क्षमता बढाए जाने पर जोर…

रांची : ज्ञात हो झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन स्वास्थ्य सेवा को लेकर संजीदा रहे हैं. यही कारण रहा कि झारखंड राज्य कोरोना महामारी से अल्प संसाधन के बीच भी निबट पाया. और पहले पायदान पर खड़ा हो देश को ऑक्सीजन मुहैया कराया. जिससे देश को महामारी से निबटने में सहूलियत हुई. स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री की यही मंशा साफ़ झलका. जिसके अक्स में दिखा कि वह राज्य को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सुदृढ़ बनाना चाहते हैं.

15 अक्टूबर तक राज्य में 18 पीएसए प्लांट हो जाएंगे तैयार 

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भुवनेश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि आगामी 15 अक्टूबर तक राज्य में 18 पीएसए प्लांट तैयार हो जाएंगे. इनमें 7 पीएसए प्लांट 30 सितंबर तक और बाकी 11 पीएसए प्लांट 15 अक्टूबर तक बन कर तैयार हो जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में स्थापित आरटीपीसीआर लैबों मैं अभी प्रतिदिन लगभग 32 हज़ार की जांच क्षमता है. और जांच की क्षमता बढ़ाई जाने के लिए विभाग द्वारा लगातार कदम किया जा रहा है. 

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में पीएसए प्लांट के साथ बैकअप के रूप में ऑक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित होनी चाहिए, ताकि विपरीत परिस्थितियों में मरीजों को ऑक्सीजन की किल्लत नहीं हो. उन्होंने यह भी कहा कि अस्पतालों में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था भी पुख्ता रखें. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की कई योजनाओं पर भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अहम निर्देश दिए.

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