झारखण्ड : गिरिडीह-कोडरमा समीक्षा बैठक में CM अधिकारियों पर दिखे सख्त. गांवों में सड़क, बिजली, पानी, व इंटरनेट कनेक्टिविटी की मजबूती का हो प्रयास. जिम्मेदारी से करें कार्य. 2023 “इम्प्लीमेंटेशन” का वर्ष.
अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश
- गिरिडीह जिले के तिसरी अंचल के अंचल अधिकारी को निलंबित करने का निर्देश.
- कोडरमा जिले के चंदवारा प्रखंड के बीडीओ तथा सतगावां के अंचल अधिकारी को शो कॉज.
रांची : झारखण्ड में व्यवस्था सुदृढ़ीकरण के दिशा में सीएम हेमन्त सोरेन नए वर्ष में नए जोश से लबरेज दिख रहे हैं. खतियानी जोहार के दुसरे चरण का शुभारंभ कोडरमा-गिरिडीह जिले से हुआ. ज्ञात हो इस कार्यक्रम के तहत सीएम जनता के बीच पहुँच जन समस्यायें सुनते-समझते हैं. साथ ही वह योजनाओं के क्रियान्वयन की जिलावार समीक्षा करते हैं.
इस दौरान भी गिरिडीह में मंत्री सत्यानंद भोक्ता, बरही विधायक उमाशंकर अकेला, गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार, गांडेय विधायक डॉ. सरफराज अहमद, बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का व् अन्य पदाधिकारियों के उपस्थिति में सीएम के द्वारा समीक्षा बैठक हुई.
बैठक में सीएम पदाधिकारियों पर सख्त दिखे. उन्होंने कहा वर्ष 2023 Implementation का वर्ष है. सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को सामाजिक धरातल पर उतारना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. मसलन, योजनाओं की लगातार निगरानी होगी. वरीय अधिकारियों व मैं स्वयं जिलों में जाकर समीक्षा करेंगे. समस्या की गहराई तक जाएंगे समाधान करेंगे. ताकि, व्यवस्था दुरुस्त हो.
नए वर्ष में नए जोश के साथ कड़ी मेहनत करने की आवशयकत
समीक्षा बैठक में सीएम ने अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि वह नए वर्ष में नए जोश, कड़ी मेहनत व पूरी इमानदारी से काम करें. सभी विभागों के अधिकारी समन्वय स्थापित कर पूरी निष्ठा से अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे तो निश्चित तौर पर सरकार का जन सोच व उद्देश्य हासिल होगा. अगर हम अपने कार्यों को नहीं करेंगे तो समाज में अराजकता, अपराध जैसी घटनाएं बढ़ जाएंगी. मैं नहीं चाहता कि राज्य में ऐसी स्थिति पैदा हो.
प्रेजेंटेशन आकर्षक पर ग्राउंड रियलिटी से दूर
सीएम ने समीक्षा के क्रम में अधिकारियों से कहा कि विभिन्न योजनाओं की प्रगति का प्रेजेंटेशन आकर्षक है, लेकिन ग्राउंड रियलिटी से दूर है. हमें यथार्थ में जड़ को मजबूत करना होगा, ताकि सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन धरातल पर दिखे. ग्रामीण इलाकों से शहरों की ओर पलायन लगातार बढ़ रहा है. मेरा मानना है कि शहरों में सुविधाएं तो है, लेकिन उससे ज्यादा समस्याएं भी हैं. नतीजतन हमें ग्रामीण अर्थव्यवस्था के मजबूती पर जोर देना होगा.
ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत हो कनेक्टिविटी ताकि उन्हें घर में ही दे सके काम
सीएम ने कहा कि सरकार का गांवों को बिजली, पानी, सड़क, इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसी ने मूलभूत सुविधा से मजबूत करने पर जोर है. ताकि ग्रामीणों को उनके ही गांव-घर में ससम्मान रोजगार उपलब्ध कराया जा सके. राज्य के कुल बजट का 45% हिस्सा अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन पर खर्च होता है. फिर भी पंचायतों का अपेक्षित विकास न होना चिंता की बात है .हमें हालात बदलने होंगे आपको अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा.