ओड़िसा : वर्तमान में सीएम हेमन्त सोरेन आदिवासी समुदाय के सबसे बड़े शुभचिंतक व लोक नेता के उभरे हैं. KIIT यूनिवर्सिटी ओड़िसा के आमन्त्रण पर सीएम सोरेन 40 हजार बच्चों में भरेंगे आत्मविश्वास.
रांची : झारखण्ड के सीएम हेमन्त सोरेन को आदिवासी समुदाय के सबसे बड़े शुभचिंतक व नेता के रूप में जाना जाता है. उन्हें देश भर के अधिकाँश बड़े आदिवासी संस्थानों का सानिध्य व समर्थन भी उन्हें प्राप्त है. सीएम सोरेन के मुद्दे वास्तव में भी आदिवासी उत्थान की वकालत करते हैं. उन्हें जब भी मंच मिला है आदिवासी समुदाय की त्रासदी व समाधान पर अपने निष्पक्ष व लोकतांत्रिक विचार रखते रहे हैं. साथ ही आदिवासी विरोधी केन्द्रीय नीतियों पर भी खुलकर अपना पक्ष भी रखते रहे हैं.
सीएम सोरेन को KIIT यूनिवर्सिटी से आया आमंत्रण भी उपरोक्त तथ्य की पुष्टि करती है. उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी और इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस के समारोह में 28 अप्रेल को सीएम शामिल होंगे. साथ ही वह KIIT यूनिवर्सिटी के आमंत्रण पर करीब 40 हजार बच्चों से मिलेंगे व उन्हें संबोधित करेंगे. यह पहला मौक़ा है जब सीएम सोरेन को इतनी बड़ी बच्चों की संख्या में आत्मविश्वास भरने के लिए आमंत्रित किया गया है. जो झारखण्ड को गौरवान्वित करती है.
इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस विश्व का सबसे बड़ा आदिवासी संस्थान
ज्ञात हो, इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस विश्व भर में सबसे बड़ा आदिवासी संस्थान है, जिसे 1992-93 में डॉ अच्युत सामंता द्वारा शुरू किया गया था. इस संस्थान में देश भर के वंचित आदिवासी वर्ग के बच्चों को शिक्षा दी जाती है. और उन्हें रोजगार की दिशा में दक्ष बनाया जाता है. वर्तमान में इस संस्थान में करीब 40 हजार आदिवासी व वंचित बच्चे-बचियों को प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा निःशुल्क प्रदान किया जाता है.
सीएम हेमन्त सोरेन एयर एम्बुलेंस उदघाटन कार्यक्रम समापन के बाद ही ओडिशा के लिए प्रस्थान कर चुके हैं. इस क्रम में वह भुवनेश्वर स्थित प्राचीन और ऐतिहासिक लिंगराज मंदिर में हाजरी लगाए. इस मौके पर उन्होंने अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन के संग पूरे विधि- विधान से भगवान त्रिभुवनेश्वर (शिव) की पूजा-अर्चना की. और झारखण्ड की प्रगति, सुख-शांति- समृद्धि, खुशहाली और स्वस्थ की कामना की.