CM योजनाओं की गठरी लेकर अपने बचपन के शहर बोकारो पहुंचे

झारखण्ड, बोकारो, सेक्टर 5 – सीएम हेमन्त सोरेन ने अपने बचपन के शहर बोकारो में सरकार आपके द्वार अभियान के तहत किया विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास एवं परिसंपत्तियों का वितरण.  

रांची : सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन योजनाओं की गठरी लेकर अपने बचपन का शहर, उत्तरी छोटा नागपूर प्रमंडल के बोकारो, सेक्टर 5 पहुंचे. आयोजित कार्यक्रम में सीएम द्वारा बोकारों जिले में कुल 145 करोड़ रुपए लागत की 97 योजनाओं का शिलान्यास, 396 करोड़ रुपए की 84 योजनाओं का उद्घाटन एवं 20,669 लाभुकों के बीच 34.15 करोड़ रुपए की परिसंपत्तिओं का वितरण किया गया. 

CM योजनाओं की गठरी लेकर पहुंचे अपने बचपन के शहर बोकारो 

Table of Contents

झारखण्ड, बोकारो, सेक्टर 5 – सीएम सम्बोधन के मुख्य बिन्दु 

  • विकास की आस में खड़े अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं को पहुंचाने का लक्ष्य
  • सरकार आपके द्वारा कार्यक्रम में मिले आवेदनों का शत प्रतिशत होगा निपटारा
  • “आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार” अभियान आगे भी जारी रहेगा
  • सभी वर्ग-समुदाय के लोगों तक उनके भावनाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप योजनाएं पहुंचे. 
  • झारखण्ड राज्य को बेहतर दिशा देने का हो रहा है प्रयास.
  • दलित-आदिवासी, पिछड़ों के बच्चे विदेशों में कर रहे हैं पढ़ाई.
  • पशुपालन राज्य का ट्रेडिशनल व्यवसाय

हेमन्त सरकार में अधिकारी जनता के घर पहुँच कर रहे हैं जन समस्याओं को हल 

सीएम हेमन्त सोरेन द्वारा कार्यक्रम सम्बोधन कहा गया कि सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं को विकास की आस में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है. सरकार द्वारा चलाए जा रहे “आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार” का उद्देश्य जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता को उनके घरों में देना है. राज्य सरकार की मंशा है कि राज्य के सभी वर्ग-समुदाय के लोगों तक उनके भावनाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप योजनाएं पहुंचे. 

मुख्यमंत्री द्वारा पिछले वर्ष चले सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आंकड़ा जनता के बीच पेश किया गया. सीएम ने बताया कि राज्य में  6 हजार शिविर लगे थे. जिसमें लगभग 40 लाख आवेदन आए थे.  राज्य सरकार द्वारा लगभग 99% आवेदनों का निपटारा किया गया. सरकारी पदाधिकारी आज आपके घर-द्वार पहुंचकर आपकी जन समस्याओं का निदान कर रहे हैं. इस कार्यक्रम के मातहत अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि शत प्रतिशत आवेदनों का निपटारा हो. 

पहले सरकारी पदाधिकारी तथा कर्मी जंगल, नदी, पहाड़, पर्वत के बीच बसे ग्रामीण क्षेत्रों में जाने से कतराते थे, लेकिन आज वही पदाधिकारी तथा पद यात्रा तक कर आपके गांव-घर तक पहुंच रहे हैं.  पहले योजनाएं एयर कंडीशन कमरों में बैठकर संचालित होती थी, परंतु योजनाओं को आपके द्वार तक पहुंचाया गया है. “आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम महज महीने भर का अभियान नहीं , बल्कि निरंतर चलने वाला अभियान है. 

राज्य में चुनौतियां आती रहती हैं लेकिन हेमन्त सरकार चुनौतियों से घबराकर पीछे नही हटती 

मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया कि सरकार के समक्ष चुनौतियां आती रहती हैं. लेकिन आपकी मौजूदा सरकार चुनौतियों से घबराकर कभी पीछे नही हटती. वर्तमान में राज्य में किसान वर्ग के बीच सुखाड़ की समस्या उत्पन्न हुई है. जिससे राज्य में भूख व पलायन की आशंका बढ़ गई है. लेकिन आपकी सरकार ने इससे समस्या से निपटने हेतु कार्य योजना समय रहते तैयार कर ली है. 

सुखाद से निपटने के लिए बनी कार्य योजना के तहत सरकार आपके द्वार” के शिविरों में प्रत्येक गांव में 5-5 योजनाओं को तत्काल आरंभ करने हेतु सरकारी पदाधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है.  राज्य में अधिक रोजगार का सृजन करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है. जल्द ही हम इस विकत समस्या से भी निपटने में कामयाबी हासिल कर लेंगे. 

झारखण्ड राज्य को शिक्षा क्षेत्र में बेहतर दिशा देने का हो रहा है प्रयास 

ज्ञात हो , राज्य में शिक्षा क्षेत्र के विकास में विशेष प्रयास हो रहे हैं. सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत राज्य में 9 लाख किशोरियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है. सरकार आपके द्वारा कार्यक्रम के दूसरे चरण में महज 5 दिनों के भीतर बोकारो जिला में 2000 किशोरियों को इस योजना से जोड़ा जा चुका है. 

राज्य सरकार झारखण्ड के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के साथ  कपड़ा, किताब-कॉपी और कलम भी उपलब्ध करा रही है. आने वाले दिनों में राज्य के बच्चों को निजी विद्यालयों के समकक्ष शिक्षा  मुहैया कराने हेतु राज्य के विद्यालयों को अपग्रेड करने के दिशा में कदम बढ़ा चुकी है. अब हमारे बच्चों को भी डीपीएस-डीएवी स्कूलों की तर्ज पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी. इन स्कूलों के संचालन के लिए प्रिंसिपल और शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.

हमारी सरकार में दलित-आदिवासी, पिछड़ों के बच्चे विदेशों में कर रहे हैं पढ़ाई

राज्य को बेहतर शिक्षा मुहैया कराना हमारी सरकार की प्राथमिकता है. क्या कभी आपने सोचा था कि दलित-आदिवासी, पिछड़ों के बच्चे विदेशों में पढ़ाई कर सकेंगे? हमारी सरकार ने इन वर्गों के बच्चों के सपनों को पंख देने का प्रयास किया है. राज्य सरकार द्वारा इनका सारा खर्च वहन किया जा रहा है. 

राज्य में सरकार गठन के बाद से ही राज्य के समस्याओं के हाल में आयी है तेजी 

  • सरकार गठन के बाद से ही राज्य में नियुक्ति प्रक्रियाओं में तेजी लाने का प्रयास हुआ है.
  • जेपीएससी का रिजल्ट रिकार्ड समय में निकाला गया. 
  • राज्य में पहली बार फॉरेंसिक लैब के लिए वैज्ञानिकों की नियुक्ति, कृषि पदाधिकारी की नियुक्ति सहित कई नियुक्तियों पर बहाली हुई हैं.  
  • विभिन्न विभागों में 50 हजार नियुक्ति की स्वीकृति दी जा चुकी है. 
  •  कई अन्य नियुक्तियों को लेकर नियमावली बनाई जा रही है. 
  • नियमावली बनने के पश्चात राज्य के नौजवानों को विभिन्न पदों पर नौकरी के अवसर प्राप्त होंगे.
  • बोकारो शहर औद्योगिक शहर के रूप में जाना जाता है. राज्य में स्थापित औद्योगिक संस्थानों में की नियुक्तियों में 75% नियुक्ति स्थानीय लोगों को मिले इस निमित्त राज्य में नियम बनाया गया है. 
  • औद्योगिक संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द ही शिविर के माध्यम से इस नियम को लागू कराएंगे. 
  • प्रत्येक क्षेत्र में राज्य को बेहतर दिशा देने की प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया हो है. 

हेमन्त सरकार में जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं आमजन 

  • झारखण्ड देश का पहला राज्य है जहां सर्वजन पेंशन योजना लागू की गई है. 
  • सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन के अलावा गरीब जरूरतमंदों को लूंगी, धोती, साड़ी, कंबल इत्यादि भी उपलब्ध कराया जा रहा है. 
  • किसानों को केसीसी कार्ड मुहैया कराई जा रही है. 
  • मनरेगा योजना के तहत मजदूर वर्ग के लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए कई विभिन्न योजनाएं संचालित किए गए हैं. 
  • राज्य वासियों को 20 लाख नए राशन कार्ड निर्गत किए हैं. 
  • मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना से जोड़कर नौजवानों को छोटे-मोटे व्यवसाय के लिए अनुदानित दर पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है.

पशुपालन झारखण्ड का ट्रेडिशनल व्यवसाय 

ज्ञात हो, पशुपालन राज्य का ट्रेडिशनल व्यवसाय रहा है. पूर्व के सरकार की उदासीन रवैये के कारण पशुपालन के प्रति अब लोग उदासीन दिख रहे हैं. पहले यहां के मूलवासी-आदिवासी पशुपालन करते थे, आज उनके घरों में गाय, बकरी, मुर्गी, सूकर की उपलब्धता मे कमी आई है. मसलन, मुख्यमंत्री पशुधन योजना का संचालन किया जा रहा है. जिसके तहत किसानों को 90% अनुदान पर जानवर और पशु शेड उपलब्ध कराया जा रहा है. 

राज्य में अभी भी जन्म लेते हैं 40% बच्चे कुपोषित  

ज्ञात हो, राज्य में अभी भी 40% बच्चे कुपोषित जन्म लेते हैं. यहां की आदिवासी-मूलवासी महिलाएं एनीमिया की चपेट में हैं. इन सभी समस्याओं का निदान तभी हो सकेगा जब लोग पशुधन योजना से जुड़ेंगे. शहरीकरण का परिचलन मानव जाति के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं. मैं बोकारो में ही पला बढ़ा हूं. शहर के सभी गली-मोहल्ला और सेक्टरों में खेलते-कूदते बड़ा हुआ हूं. 

आपके प्यार और सहयोग से आपका यह बच्चा आज राज्य के मुख्य सेवक के रूप में आपके बीच खड़ा है. राज्य का मुखिया होने के नाते मैं अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों का निर्वहन कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा.

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