सीएम का नक्सल मुक्त झारखण्ड का सपना हो रहा सच, नक्सल से राज्य को मिल रही मुक्ति

नक्सल मुक्त झारखण्ड : 3 माह की पुलिस कार्रवाई के आंकड़ें सीएम के दावे को सच साबित करती है. पुलिस को मिली है पूरी छूट. नक्सल अर्थतंत्र पर हुए प्रहार, अफ़ीम व्यापार की टूटी कमर. नक्सली दुबके, कई मारे गए तो कईयों ने किया आत्मसमर्पण. हथियारों का ज़ख़ीरा हुआ बरामद…

रांची : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का नक्सल मुक्त झारखण्ड के घोषणा को गंभीरता से लिया जा सकता है. ज्ञात हो, 26 सितम्बर 2021, गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक हुई थी. सीएम हेमन्त सोरेन ने कहा था कि वह राज्य से “नक्सल का सफाया” करना चाहते हैं. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि उग्रवादी संगठनों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई हो रही है. नक्सली गतिविधि अब सीमित क्षेत्रों में ही रह गयी है. जल्द उसका भी सफाया होगा. सीएम द्वारा झारखण्ड पुलिस को पूरी छूट दिए जाने से तीन माह में हासिल उपलब्धि के विश्लेषण से सीएम का दावा सच साबित हो रहा है. 

लगातार कार्रवाई से नक्सली दुबके, पुलिस ने हथियारों का जखीरा भी किया बरामद 

नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में राज्य पुलिस को हाल के दिनों में कई बड़ी सफलताएँ मिली है. झारखण्ड पुलिस, सीआरपीएफ और अन्य सशस्त्र बलों की साझा अभियान में एक तरफ जहाँ नक्सली मारे जा रहे हैं, तो वहीं बड़ी मात्रा में हथियारों को जब्त किया जा रहा है. नक्सल उन्मूलन अभियान में पुलिस की जारी सख़्त कार्रवाई से कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किये है तो वहीँ ठिकानों की घेराबंदी से नक्सलियों के पाँव कमजोर हुए हैं. घोर नक्सल प्रभावित लोहरदगा, लातेहार, खूंटी जैसे जिलों में नक्सली दुबक गए हैं. पुलिस ने हाल ही में इन क्षेत्रों में हथियारों का ज़ख़ीरा भी बरामद किया है. 

नक्सल के अर्थतंत्र पर भी हुए प्रहार, अफ़ीम व्यापार हुई कार्रवाई

नक्सल मुक्त झारखण्ड की परिकल्पना को साकार करने और नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए नक्सल के अर्थतंत्र पर प्रहार किया गया है. ज्ञात हो, बीते कुछ माह पहले चतरा दौरे में सीएम हेमन्त सोरेन ने अफ़ीम के खेती पर कार्रवाई करने की बात कही थी. उसके बाद चतरा, खूंटी में ड्रोन का सहारा लेकर पुलिस द्वारा अफ़ीम खेती के खिलाफ कड़ी और बड़ी कार्रवाई की गई है . 

युवा के नक्सली भटकाव को रोकने हेतु ‘सहाय योजना’ की हुई शुरूआत

नक्सली समाज के व्यवस्थागत खामियों को उभार युवाओं को मुख्यधारा से भटकाने में कामयाब हो जाते थे. इसे रोकने हेतु हेमन्त सरकार में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में युवा हितकारी योजना धरातल पर उतरे गए हैं. इस दिशा में ‘सहाय योजना’ की शुरूआत हुई है. ज्ञात हो, सहाय योजना – Sports Action toward Harnessing Aspiration of Youth (SAHAY) के अंतर्गत राज्य के चाईबासा, सरायकेला-खरसावां, खूंटी, गुमला एवं सिमडेगा जैसे नक्सल प्रभावित ज़िले में 14 से 19 वर्ष के 72 हज़ार युवक-युवतियों को खेल के क्षेत्र में हुनर दिखाने के लिए प्रेरित किया गया है. इस योजना के व्यापक प्रभाव से नक्सली गतिविधियों पर भरी असर पड़ा है.

जानिये, बीते तीन माह में पुलिस को किस तरह की मिली है सफलता

  • 16 जनवरी – खूंटी के रनिया थानाक्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआई) के तीन नक्सली गिरफ्तार हुए व भरी मात्र में हथियार बरामद हुए. 
  • 18 फरवरी – लोहरदगा-लातेहार के सीमावर्ती जंगलों में एक लाख का इनामी नक्सली दिनेश नगेशिया मारा गया. 
  • 21 जनवरी – कुख्यात नक्सली महाराजा प्रमाणिक ने AK-47 के साथ पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया.
  • 22 फरवरी – लोहरदगा के पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल में भाकपा माओवादी संगठन से जुड़े 15 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल 10 लाख इनामी बलराम समेत 9 नक्सली गिरफ्तार, 3 रायफल, 1678 राउंड गोली व कई सामान बरामद.
  • 4 मार्च – खूंटी के मुरहू और अड़की थाना क्षेत्र से पुलिस ने पीएलएफआई के 5 नक्सलियों को गिरफ्तार किया. काफी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए.
  • 16 मार्च – रांची के पंडरा क्षेत्र से 10 लाख का इनामी नक्सली जोनल कमांडर भीखन गंझू को पुलिस ने गिरफ्तार किया. प्रतिबंधित तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के जोनल कमांडर गंजू के खिलाफ 26 मामले दर्ज थे और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम था.
  • 22 मार्च – गुमला पुलिस ने एक लाख का इनामी नक्सली और PLFI का एरिया कमांडर बातो टोपनो उर्फ बोखा, अन्य नक्सली मार्टिन केरकेट्टा के दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया.
  • 27 मार्च – लातेहार जिले के हेसलबार व माराबार गांव के नजदीक सुरक्षाबलों व टीएसपीसी उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए. भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए.
  • 29 मार्च – हजारीबाग में सीआरपीएफ और झारखण्ड पुलिस की संयुक्त टीम ने अभियान चलाकर खपिया के जंगलों से टीएसपीसी के तीन सक्रिय नक्सलियों को गिरफ्तार किया. भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए. 
  • 29 मार्च – लोहरदगा में पुलिस के नक्सल विरोधी अभियान में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुए.

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