झारखण्ड : शिक्षा के माध्यम से SC-ST-OBC को युगों के शोषण से मुक्ति देंगे सीएम 

झारखण्ड : कभी षड्यंत्र के तहत किसी एकलव्य का अंगूठा काट लिया जाता है तो कभी किसी शम्बूक का बध कर दिया जाता. शिक्षा के माध्यम से सीएम हेमन्त सोरेन बढ़ चले है SC ST OBC को युगों से हो रहे शोषण से मुक्ति देने के मार्ग पर. 

रांची : देश में सदियों से आदिवासियों, दलित व पिछड़ों का शोषण होता आया है. यह समाज जब भी आगे बढे का प्रयास किया इन्हें षड्यंत्र के तहत दबाया और कुचला गया है. इन वर्गों को न केवल शिक्षा से महरूम किया गया बल्कि इनके खुद की काबलियत से अर्जित ज्ञान का शोषण हुआ. और इनाम में छल से किसी एकलव्य के रूप अंगूठा काट लिया गया तो कभी शम्बूक के रूप में इनका बध किया गया.

शिक्षा के माध्यम से SC-ST-OBC को युगों के शोषण से मुक्ति देंगे सीएम 

लेकिन, झारखण्ड राज्य में हेमन्त शासन की कार्य प्रणाली ने स्पष्ट कर दिया है कि देश में अब वह दौर नहीं रहा है. अब इस राज्य में न किसी एकलव्य को और न ही किसी शम्बूक के साथ छल होगा. न इन्हें अब अंगूठा और न ही जान गवानी पड़ेगी. बल्कि हर वर्ग को संविधान के लकीरों के अनुरूप समान शिक्षण/प्रशिक्षण के भरपूर व् प्रयाप्त अवसर प्राप्त होंगे. राज्य में कोई भी वर्ग के बच्चे शिक्षा से वंचित नहीं होंगे.

सीएम सोरेन का वंचित समाज के युवाओं से आह्वाहन

वंचित समाज के युवाओं से सीएम सोरेन द्वारा आह्वाहन किया गया है कि बहुसंख्यक के संस्कृति को संग्रहालय तक सीमित रखने षड्यंत्र से इतर आप जज, वकील, डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस, आईपीएस बनिये. आप सचिवालय, न्यायालय, महाविद्यालय व् विभिन्न संस्थाओं में पहुंचे. सरकार आपकी हर क्षेत्र में मदद करेगी. इसके लिए सरकार आपके लिए योजनाएं लेकर आयी है.

आज इन तमाम स्थानों पर आदिवासी, दलित, पिछड़ा अल्पसंख्यक समाज के लोगों लगभग नगण्य हैं. वंचित समाज का शोषण व न्याय मिलने में देरी होने का यह एक मुख्य कारक हैं. वंचित समाज के संघर्ष का सच्चा इतिहास लिखनी है तो लेखनी उस वर्ग को अपने हाथ में लेना होगा. और शिक्षा ही वह मात्र एक हतियार है जिसके सहारे यह वर्ग अपना दशा-दिशा बदल सकता है.

Leave a Comment