झारखण्ड सीएम वेटनरी यूनिवर्सिटी की स्थापना की दिशा में बढ़े

झारखण्ड : हेमन्त सरकार में वेटनरी यूनिवर्सिटी की स्थापना का निर्णय न केवल कृषि व पर्यावरण के दृष्टिकोण से बेहतर निर्णय है, बुद्ध सम्राट असोक के महान परम्परा को भी सींचती दिखती है. 

रांची : भारत बुद्ध सम्राट असोक का ऐतिहासिक देश रहा है. साक्ष्यों के अनुसार सम्राट असोक का शासन मानवाधिकार का ही नहीं जीवाधिकार का भी पक्ष लेता है. उनके शासन को पशुओं के लिए स्वतंत्र चिकित्सालय बनवाने का श्रेय हासिल है. जिनका अनुसरण विदेशों के राजाओं ने किया है. विश्व इतिहास में कंबोडिया के राजा जयवर्मन सप्तम (1181 – 1218) को वहाँ का सम्राट अशोक कहा जाता है. सम्राट अशोक ने समस्त प्रजा को संतान बताया तो जयवर्मन सप्तम ने भी यही कहा.

वेटनरी यूनिवर्सिटी की स्थापना

सम्राट अशोक ने राज्य भर में भारी संख्या में अस्पताल व पशु चिकत्सालय बनवाये. सड़कें बनवाईं और विश्राम गृह बनवाए, अनेक कुएँ खुदवाए तो जयवर्मन सप्तम ने भी अनेक जलाशय बनवाए. 102 अस्पताल बनवाये, 798 औषधालय बनवाए और 121 विश्राम गृह बनवाये. कंबोडिया का यह सम्राट अशोक चैत शुक्ल अष्टमी से लेकर पूर्णिमा तक सम्राट अशोक की स्मृति में वसंत उत्सव मनाता था. लेकिन, मौजूदा केन्द्र सरकार के नीतियों में भारत में यह परम्परा टूटी दिखती है. 

भारत की यह महान परम्परा आदिवासियों व ग्रामीण जीवन शैली में आज भी देखने को मिलता है. आदिवासी जल-जंगल ज़मीन, पशु-पक्षी को अपना जीवन मानता है तो वहीँ ग्रामीण परिवेश आज भी घर के बचे-खुचे आनाज-भोजन के आसरे दो-चार मुर्गी-तितर पाल ही लेते हैं. ऐसे में झारखण्ड के हेमन्त सरकार में वेटनरी यूनिवर्सिटी की स्थापना का निर्णय न केवल कृषि व पर्यावरण संतुलन के दृष्टिकोण से बेहतर निर्णय है, सम्राट असोक के उस महान परम्परा को भी सींचती दिखती है. 

झारखण्ड राज्य में वेटनरी यूनिवर्सिटी की स्थापना जल्द : बादल

कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के द्वारा आदर्श अस्पताल, हेसाग और वीडियो कॉल बेस्ड टेलीमेडिसीन एवं दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन किया गया. झारखण्ड राज्य में पशुओं के लिए पहला अस्पताल शुरू हुआ है जिसमे 24*7 चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी. साथ ही सिलसिलेवार तरीके से राज्य भर के अस्पतालों का कायाकल्प किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सीएम हेमन्त सोरेन के निर्देश पर राज्य में वेटरिनरी यूनिवर्सिटी की स्थापना की पहल की जा रही है.

इस निमित बजट उपबंध भी कर लिया गया है. ज्ञात हो राज्य में ऐसे पशु चिकित्सालय की सख्त जरूरत महसूस की जा रही थी जिसका शुभारंभ कर दिया गया है. ज्ञात हो, हेमन्त सरकार में सिस्टम से लेकर रिस्पॉन्स तक में बदलाव देखे जा रहे हैं. हेमन्त सरकार का यह दूरदर्शी निर्णय राज्य के किसानों के लिए कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में मददगार साबित होगा. और राज्य के प्रतिभावान छात्रों के आसरे समृद्ध किसान, समृद्ध पशुपालकों की परिकल्पना को साकार करेगा. 

राज्य के सभी प्रखंडों और 23 जिलों में अस्पतालों का कायाकल्प के प्रयास हो रहे हैं. इसके लिए बजट मल्टीपल किया गया है. चिकित्सक पशुपालकों की पशुओं की बीमारी की इलाज से लेकर उनकी मेंटली काउंसलिंग कर सकते हैं. जलवायु परिवर्तन के दौर में संतुलन की दिशा में पशुपालन कृषि व्यवसाय का वैकल्पिक उपाय साबित हो सकता है. दुग्ध उत्पादकों को सरकार की 3 रुपए प्रति किलो का बोनस व यह उपाय किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगा. 

वीडियो कॉल बेस्ड टेलीमेडिसीन व् 236 पशु एंबुलेंस की शुरुवात

राज्य में 236 पशु एंबुलेंस की शुरुवात होने जा रहा है. राज्य में पूर्व में 23 और अब 66 नये पशु चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है. और तेजी से अन्य रिक्तियां भी भरने की प्रक्रिया भी जारी है. तकनीक अपग्रेड के मद्देनजर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी को कृषि क्षेत्र से जोड़ने का प्रयास हुआ है. वीडियो कॉल बेस्ड टेलीमेडिसीन, व्हाट्सएप कॉल-मैसेज जैसे माध्यम से पशुओं की बीमारी की इलाज मुहैया कराने के दिशा में सरकार बढ़ी है. 

टेलीमेडिसीन सेंटर में दो पशु डॉक्टर 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे. राज्य में पशु चिकित्सालय के क्षेत्र में आधारभूत संरचना का विकास किया जा रहा है. अआधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं. हेसाग के आदर्श हॉस्पिटल में सर्जरी एवं पैथोलॉजी की पूरी व्यवस्था की गई है. दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के तहत चिकित्सकों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन होगा. जिसमें राज्य भर के विशेषज्ञों द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी. साथ बेहतर पशु चिकित्सकों को सम्मानित किया जायगा.

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