कोडरमा : सीएम ने 286 करोड़ 13 लाख की योजनाओं का किया उद्घाटन व शिलान्यास. 3377 गरीब लाभुकों के बीच लगभग 23 करोड़ की बांटी परिसंपत्ति. सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना के सफल संचालन व मोनिट्रिंग हेतु एप्प हुआ लॉन्च.
कोडरमा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सम्बोधन का मुख्य बिन्दु
- योजनाओं से जुड़ने के लिए आप किसी भी पंचायत में दे सकते हैं आवेदन.
- अब राज्य के निजी क्षेत्र में स्थानीय युवाओं को नौकरी देने के लिए शिविर कार्यक्रम की होगई शुरुआत
- अधिकारी आपके दरवाजे तक ले जा रहे हैं योजनाएं. अबस आपको योजनाओं को अपने द्वार के अंदर ले जाना है.
- इस कार्यक्रम के माध्यम से राज्य में लोगों को योजनाओं से लाभान्वित करने का एक नया रिकॉर्ड बनेगा.
- पहले फाइलों में योजनाएं बनती थी और फ़ाइलों के पन्नों के बीच दाब कर खत्म हो जाती थी. लेकिन अब धरातल पर उतर रही है योजनाएं.
- झारखंड देश के गिने-चुने राज्यों में है, जहां कोविड-19 के बाद भी प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है.
कोडेरमा : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कोडरमा में “आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम में लगभग 286 करोड़ 13 लाख की लागत से 513 योजनाओं का किया उद्घाटन व शिलान्यास किया. जिसमें 3377 गरीब लाभुकों के बीच लगभग 23 करोड़ रुपए की परिसंपत्ति वितरण हुए. साथ ही सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना के सनछलाँ व मोनिट्रिंग हेतु एप्प भी लॉन्च किया गया.
सीएम ने अपने सम्बोधन में कहा कि पहले बंद कमरों में योजनाएं बनती थी और वहीं समाप्ति हो जाती थी. लोगों को योजनाओं जानकारी तक नहीं होती थी. लेकिन, हमारी सरकार में अधिकारी योजनाओं को आपके दरवाजे तक पहुंचा रहे हैं. हमारा आग्रह है कि आप योजनाओं अपने द्वार के भीतर ले जाएं और अपनी आय बढ़ाकर सशक्त, समृद्ध और स्वावलंबी बने.
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम इस बार भी नया रिकार्ड बनाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य वासियों के सहयोग से पिछले वर्ष भी “सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम सफल रही थी. जन प्रतिनिधियों व आम लोग की मसंग पर सरकार आपके द्वार अभियान फिर से राज्य भर में चलाया जा रहा है. आगे भी ऐसे कार्यक्रम जारी रहेंगे. इस कार्यक्रम के तहत अब तक साढ़े आठ लाख से ज्यादा आवेदन मिल चुके हैं. मुझे उम्मीद है कि इस बार गरीबों और जरूरतमंदों को योजनाओं से आच्छादित करने का नया रिकॉर्ड बनेगा.
जनता अगल-बगल के पंचायतों में भी दे सकते हैं आवेदन
ज्ञात हो, राज्य की जनता को अपने पंचायत में योजनाओं का लाभ लेने हेतु आवेदन देने में किसी तरह की कठिनाई है तो वे दूसरे पंचायतों में भी आवेदन कर सकते हैं. सभी योग्य लाभुकों को योजना का लाभ अवश्य दिया जाएगा. सरकार लोगों की आकांक्षाओं और जरूरतों को समझने के लिए आपके दरवाजे पर आ रही है, ताकि उसी अनुरूप योजनाओं को बनाकर धरातल पर उतारा जा सके.
कोरोना जैसे आपदा के बाद भी झारखण्ड में प्रति व्यक्ति आय में हुई है वृद्धि
केंद्र सरकार के द्वारा एक रिपोर्ट जारी कर बताया गया है कि झारखण्ड देश के वैसे गिने-चुने राज्यों में शामिल है, जहां दो वर्षों तक कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के बाद भी प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है. यह सब आपके सहयोग और सरकार के बेहतर प्रबंधन की वजह से संभव हुआ है.
हर वर्ग-तबके के लिए है सरकार ले कर आई है योजनाएं
- हमारी सरकार हर वर्ग और तबके के हित को ध्यान में रखकर योजनाएं बना रही हैं.
- सरकार ने यूनिवर्सल पेंशन स्कीम लागू की है. जिसमें अहर्ता रखने वाले सभी लाभुकों को पेंशन योजना से जोड़ा जा रहा है.
- 20 लाख नए राशन कार्ड जारी किए जा रहे हैं.
- गरीबों को 10 रुपए में धोती, साड़ी व लूंगी दिया जा रहा है.
- बच्चियों के लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना शुरू की गई है.
- फूलों-झानो आशीर्वाद योजना के तहत दारू-हड़िया बेचने वाली महिलाओं को सम्मानजनक व्यवसाय से जोड़ा जा रहा है.
- मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत युवाओं को व्यवसाय के लिए अनुदान आधारित 25 लाख रुपए तक का लोन दिया जा रहा है.
- मुख्यमंत्री पशुधन योजना के मार्फत किसानों व पशुपालकों को आय बढ़ाने के लिए संसाधन दिए जा रहे हैं.
- ऐसी और भी कई योजनाएं हैं, जो जरूरतमंदों को ध्यान में रखकर चलाई जा रही है.
राज्य में शिक्षा व्यवस्था की बेहतरी पर विशेष जोर
- शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करना सरकार की विशेष प्राथमिकताओं में है.
- निजी विद्यालयों की तर्ज पर मॉडल स्कूल खोले जा रहे हैं.
- राज्य के बच्चों को निशुल्क गुणवत्तायुक्त शिक्षा दी जाएगी.
- छात्रवृत्ति की राशि में तीन गुना इजाफा किया गया है.
- विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए शत प्रतिशत स्कॉलरशिप भी सरकार दे रही है.
निजी क्षेत्र में स्थानीयों को नौकरी देने के लिए लगेगा शिविर
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निजी क्षेत्र की कंपनियों में 75% नौकरी स्थानीय को देने के लिए नियमावली तैयार कर ली गई है. अब निजी क्षेत्र में स्थानीय को नौकरी देने के लिए शिविर लगाया जाएगा. इस दिशा में कंपनियों और उसमें कर्मियों की जरूरतों का आकलन किया जाएगा.
सुखाड़ से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार
कोरोना काल से निकलने के बाद विकास को रफ्तार देने का काम शुरू ही हुआ था कि कम बारिश की वजह से सुखाड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. लेकिन, सरकार ने इससे निपटने की पूरी तैयारी कर ली है. इस दिशा में किसानों और मजदूरों को राहत देने के लिए कई योजनाओं का क्रियान्वयन तेजी से हो रहा है.