भाजपा के 13 वार्ड पार्षदों, पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष झामुमो की सदस्यता ग्रहण की

गिरिडीह जिले के भाजपा समर्थित 13 वार्ड पार्षदों, पदाधिकारियों व सदस्यों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के नीति-सिद्धांतों, नेतृत्व पर विश्वास व्यक्त करते हुए स्वेच्छा से सदस्यता ग्रहण की. 

झारखण्ड की राजनीति में भारी व मौलिक परिवर्तन साफ़ देखा जा सकता है. इस परिवर्तन का मुख्य कारण भाजपा के जन मुद्दों से दूरी व भ्रामक राजनीति हो सकता है. साथ ही झारखंड की मौजूदा हेमन्त सत्ता के सिद्धान्त व जनहित में किये जा रहे कार्यप्रणाली भी बड़े कारण हो सकते हैं. इसके साथ केन्द्रीय नीतियों के अक्स में लगातार बढती महंगाई व देश का तितर-बितर होना भी इस परिवर्तन मुख्य कारण है.

ज्ञात हो, आज 18 नवम्बर 2021, गुरूवार को रांची में मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री झारखण्ड सरकार सह कार्यकारी अध्यक्ष झारखंड मुक्ति मोर्चा, हेमन्त सोरेन, माननीय गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार एवं गिरिडीह जिला अध्यक्ष संजय कुमार सिंह की उपस्थिति में, गिरिडीह नगर निगम के भाजपा समर्थित 13 वार्ड पार्षदों, पदाधिकारियों व सदस्यों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के नीति-सिद्धांतों, नेतृत्व पर विश्वास व्यक्त करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा की सदस्यता स्वेच्छा से ग्रहण कर ली. 

झामुमो में शामिल होने वाले सदस्य

पूनम देवी – वार्ड नम्बर 01, माया देवी – वार्ड नम्बर 06, अशोक राम – वार्ड नम्बर 11, अजय राम – वार्ड नम्बर 12 (सह गिरिडीह जिला अनु. मोर्चा उपाध्यक्ष भाजपा), सोमार मरांडी – वार्ड नम्बर 13, नीलम झा – वार्ड नम्बर 14, सुमित कुमार – वार्ड नम्बर 16, राजू यादव – वार्ड नम्बर 28, सुदामा देवी – वार्ड नम्बर 29, अजय कान्त झा – सदस्य जिला कार्यकारिणी समिति, अनील गुप्ता – सदस्य जिला कार्यकारिणी समिति, निरंजन प्रसाद राय – सदस्य जिला कार्यकारिणी समिति, पवन कुमार रवानी -सदस्य.

मुख्यमंत्री, झारखण्ड-सह-कार्यकारी अध्यक्ष, झारखण्ड मुक्ति मोर्चा हेमन्त सोरेन ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई

इस दौरान हेमन्त सोरेन ने कहा कि, “यह हमारे लिए एवं पार्टी के लिए खुशी की बात है कि आमजनों सहित भाजपा के सदस्यों को भी अब हमारी नीतियों पर भरोसा होने लगा है एवं भाजपा की झूठ की राजनीति से लोग अब तंग आ रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “मैं पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले सभी को अपनी शुभकामनाएं देता हूँ. साथ ही, यह भी कहना चाहता हूं कि, आप सभी ने जिस हर्षोल्लास एवं ऊर्जा के साथ झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की सदस्यता ग्रहण की है, उसी ऊर्जा के साथ आप क्षेत्र में जाएं और जनता की सेवा करें। सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का लाभ हर एक सुयोग्य, जरूरतमंद लाभुक को मिले, इसके लिए मेहनत करें. हमारी सरकार गरीब, वंचित, दलित, पिछड़ों के उत्थान के लिए तत्पर है, आपका हर एक प्रयास हमारे राज्य में विकास को गति को तेजी प्रदान करेगा.”

गिरिडीह विधायक ने कहा- लोगों के मन से भाजपा का भ्रम जाल अब टूटने लगा

गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार– आम जनता सहित भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को भी अब उनकी छल कपट की नीति समझ में आने लगी है. जिससे तंग आकर लोग अब झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की तरफ उम्मीद लिए आ रहे हैं. मुझे भरोसा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि हमारे नेता श्री हेमन्त सोरेन जी की विकासोन्मुख नीतियों एवं दिशोम गुरु श्री शिबू सोरेन जी के आशीर्वाद से हम झारखण्ड में विकास की नई इबारत गढ़ेंगे और आम जनता को हर संभव हर प्रकार की सेवा देने में सफल रहेंगे.”

उन्होंने कहा, “पिछले दो सालों में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा एवं गठबंधन की सरकार ने राज्य में जिन नीतियों को लागू किया है, वह झारखण्ड एवं झारखण्डियत की एक नई मिशाल पेश करेगा. साथ ही, यह झारखण्ड के विकास को एक सुदृढ और सतत आधार देगा.”

झारखंड प्रदेश में भाजपा खो चुकी है अपनी ज़मीनी पकड़

यह एक स्पष्ट उदाहरण हो सकता है कि झारखंड प्रदेश में भाजपा अपनी ज़मीनी पकड़ खो चुकी है. और साफ़ संकेत भी हैं कि बड़े परिवर्तन के रूप में, आदिवासी चेहरा बाबूलाल मरांडी को भाजपा में उनके पार्टी समेत विलय करना जनता व भाजपा के कार्यकर्ताओं को रास नहीं आ रहा है. और साथ ही बड़ी संख्या में महिला सदस्यों का भाजपा छोड़ना दर्शाता है कि भाजपा के बड़े नेताओं द्वारा महिला उत्पीडन मामले में, पीडिता को साथ न देकर आरोपी के बचाव में पार्टी को झोंक देने वाली विचारधारा महिला सदस्यों के दिलों पर भारी आघात है. 

मसलन, झारखंड में पहले ही भाजपा की राजनीति के लिए अनुसूचित जाति-जनजाति व ओबीसी वर्ग सरदर्द बनी हुई थी. अब महिला बुद्धिजीवी वर्ग ने भी मोर्चा खोल दिया है. ऐसे में इस मुद्दे पर भाजपा नेतृत्व की प्रतिक्रिया क्या होती है, यह देखना मजेदार हो सकता है…

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