भेद-भाव रहित आर्थिक मदद से हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद को कर रहे हैं चरितार्थ

एक ही दिन में तीन अलग-अलग पक्षों को मुख्यमंत्री राहत कोष से हस्तांतरण हुई आर्थिक मदद 

रांची। किसी लोकतांत्रिक पद की गरिमा का आकलन उसकी निष्पक्षता से आंकी जा सकती है। ख़ास कर तब जब कसौटी पर मुख्यमंत्री का पद हो, और उस पद पर बैठे व्यक्ति का निष्पक्ष फैसला समूचे राज्य में उदाहरण प्रस्तुत कर सकती है। इसकी जरूरत झारखंड जैसे राज्य में, तब और महसूस हो सकती है जब पूर्व सीएम को जनता निष्पक्ष न होने के आरोप में खारिज कर दे। जनता के सुख-दुख में भागीदार न होने कारण नकारा जाए। एक बेटी के पिता को अपमान के घूँट पी सार्वजनिक मंच से लौटना पड़े। अमर शहीद सैनिकों के बेवाओं-परिवारों तक को धोखा जैसे शब्द का उच्चारण करना पड़े। 

लेकिन, मौजूदा दौर में, झारखंड में मुख्यमंत्री पद पर बैठे हेमंत सोरेन के भेदभाव रहित फैसले निष्पक्षता की कसौटी पर खरी भी उतरती दिखती है। और उसके मानवीय पहलू समाज में मर चुकी संवेदना को फिर से जीवित करती भी दिखती है। राज्य में कई मौकों पर, संकटग्रस्त स्थिति में  मुख्यमंत्री के मदद के हाथ ने न भेद किया न पीछे हटे। ज्ञात हो, इस कड़ी में बीते मंगलवार यानी 2 मार्च को याद किया जा सकता है। जब तीन अलग-अलग पक्षों को मुख्यमंत्री राहत कोष से लाखों रुपये की मदद के रूप में हतान्त्रित हुए। मसलन, तमाम परिस्थितियों के मद्देनजर कहा जा सकता है कि हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री जैसे लोकतांत्रिक पद को चरितार्थ कर रहे हैं। 

पत्रकार सहित इलाजरत व्यक्तियों को दी गयी 2-2 लाख की आर्थिक मदद 

विगत मंगलवार, मुख्यमंत्री ने गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे राज्य के दो प्रमुख व्यक्तियों को क्रमशः 2-2 लाख की (कुल मिलाकर 4 लाख रूपये) की आर्थिक मदद दी। यह मदद मुख्यमंत्री राहत कोष से दी गई। आर्थिक मदद पाने वाले व्यक्तियों में पहला व्यक्ति सामाजिक धर्म गुरु है तो दूसरा राज्य का पत्रकार। साथ ही मुख्यमंत्री ने दोनों के ही शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है। 

सरना धर्म गुरु को बेहतर इलाज के लिए 2 लाख रुपए की मदद 

झारखंड विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में सरना धर्मगुरु बंधन तिग्गा के बेहतर इलाज के लिए उनकी पत्नी फिरोज तिग्गा को 2 लाख रुपए का चेक प्रदान किया। बंधन तिग्गा का वेल्लोर में  इलाज चल रहा है। बंधन तिग्गा को पेट में कैंसर होने की पुष्टि हुई है। इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री राहत कोष से सीएम ने उनकी पत्नी को दो लाख रुपए का चेक सौंपा, ताकि उनका बेहतर इलाज हो सके.

इलाजरत पत्रकार रवि प्रकाश को भी मिली 2 लाख की आर्थिक मदद

वरीय पत्रकार रवि प्रकाश के बेहतर इलाज के लिए उनके पुत्र प्रतीक को भी मुख्यमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपए का चेक दिया गया है। ज्ञात हो कि पत्रकार रवि प्रकाश का इलाज टीएमएच, मुम्बई में चल रहा है। मुख्यमंत्री ने उनके पुत्र से उनके स्वास्थ्य और चल रहे इलाज़ प्रक्रिया की भी पूरी जानकारी ली और उनसे पत्रकार से फोन पर बातचीत कर वर्तमान स्थिति का जायजा लिया।

केरोसिन विस्फोट में पीड़ित परिवार को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद

हजारीबाग में लगातार हो रहे केरोसिन विस्फोट का मामला विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्ष ने उठाया। इस पर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि वहां के केरोसिन के सैंपल को लेबोरेटरी में भेजा गया है। मिलावट के बात की पुष्टि हुई है जो किसी डीलर ने की है। उसकी जांच जारी है। वहीं घटना में पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा भी हुई है। सरकार की संवेदना ऐसे तमाम परिवारों के साथ है।  

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