झारखण्ड :CM के सकारात्मक सोच से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के अनछुए पर्यटन स्थल लगे हैं संवरने

पर्यटन के क्षेत्र में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के सोच को मिलने लगा है सार्थक परिणाम. नक्सल प्रभाव में रहे क्षेत्रों के अनछुए पर्यटन स्थल को मिलने लगी है नई पहचान. ललमटिया डैम व नवागढ़ किला के सौंदर्यीकरण से पर्यटकों में उत्साह…

रांची/लातेहार : पूर्व की सत्ताओं के नीतियों के अक्स में झारखण्ड के सुदूर ग्रामीण इलाकों में नक्सल का प्रसार हुआ. नतीजतन उन इलाकों में विकास की गति लगभग नगण्य रही. लेकिन हेमंत सरकार की नीतियों के अक्स ऐसे इलाकों में बौधिक व रोजगारोन्मुख प्रगति देखने को मिल रहा है. अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की पहचान बदलने लगा है. राज्य की नई पर्यटन के मद्देनजर इन इलाकों में वर्षों से विकास की बाट जोह रहे अनछुए पर्यटन स्थल सवारे जाने लगे हैं. उदाहरण के तौर लातेहार में खुद में प्राकृतिक सौन्दर्य की अनुपम छटा समेटे ललमटिया डैमनवागढ़ किला पर्यटकों को बरबस अपनी ओर लुभाने लगा है.

ज्ञात हो, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा लातेहार के उपायुक्त को सौंदर्यीकरण का निर्देश दिया गया था. उपायुक्त अबु इमरान समेत तमाम प्रशासनिक महकमा द्वारा डैम निरीक्षण किया गया. ललमटिया डैम को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना बनी. डीटीपीसी की बैठक में लालमटिया डैम के सौंदर्यीकरण का निर्णय लिया गया. ललमटिया डैम की सूरत बदलने लगी. डैम को विकसित करने से इसे पर्यटन के रूप में नई पहचान मिली. कल तक जहाँ कोई जाना पसंद नहीं करता था, वहां अब पर्यटकअपनी आखों को तृप्त करते दिखते हैं.

नवागढ़ किला को दिया जा रहा वही पुराना रूप व ऐतिहासिक स्वरूप

16वीं शताब्दी में, लातेहार में राजा मेदनीराय द्वारा निर्मित नवागढ़ स्थित नवरत्नगढ़ किला को फिर से उसका भव्य स्वरूप लौटाया जा रहा है. सरकार के निर्देश के बाद इसकी ऐतिहासिक बुलंदी कायम रखते हुए सवारने का कार्य जारी है. किले तक पहुंचने के मार्ग को भी दुरुस्त किया गया है. सीढ़ियों का निर्माण हुआ है. पर्यटक अब इस ऐतिहासिक किले का भव्य रूप को देखने आ रहे हैं. यहां पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाओं की भी व्यवस्था की गई है.

पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित होने से होगा रोजगार का सृजन

उपायुक्त अबु इमरान – नावागढ़ किला एवं ललमटिया डैम को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने से जहां पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, वहीं रोजगार सृजन के नये अवसर भी सृजित हुए हैं. ललमटिया डैम में नौका विहार हेतु जिला प्रशासन द्वारा 100 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया है. जिसमें 20 लोगों को नौका विहार व 16 लोगों को लाइफगार्ड के लिए चयनित किया गया. जल्द ही ललमटिया डैम में नौका विहार आरंभ होगा. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार लातेहार के अन्य अनछुए पर्यटन स्थलों को चिह्नित की गयी है. जल्द बेतला, नेतरहाट की तरह लातेहार के पर्यटन स्थलों में भी पर्यटक आएंगे. इससे स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार उपलब्ध हो सकेगा.

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