झारखण्ड : डुमरी की जनता ने ओवैसी की पार्टी AIMIM को पैराशूट पार्टी करार दी है. उनका मानना है कि बीजेपी गठबंधन जब भी कमजोर पड़ती है ओवैसी को पैरशूट पहना कर मैदान में कूदा देती है.
रांची : आरएसएस के द्वारा देश में पसमांदा वर्ग को साधने का जद्दोजहद कई दशक पहले चल रहा है. लेकिन, आरएसएस की हिन्दू छवि और नीतियों के अक्स में सफलता उससे कोसों दूर है. ऐतिहासिक पन्नों को खंगालने पर पता चलता है कि हिन्दू वर्ग के सवर्ण और मुस्लिम वर्ग के सवर्ण दोनों ही यूनान दर्शन के अंग हैं. जबकि पासमांदा वर्ग देश के अन्य पिछड़े वर्गों का ही अंग है. इसी वर्ग से महान ऐतिहासिक कवि कबीर भी आते हैं. ऐसे में भविष्य पुराण के अक्स में 2004 में स्थापित AIMIM, ओवैसी की पार्टी आरएसएस-बीजेपी की मंशा पूर्ति में सटीक बैठती है.
ज्ञात हो, बीजेपी और AIMIM दोनों ही लोकतांत्रिक दल होने की बात करती है. लेकिन, आखिरी सच यही है कि बीजेपी खुले तौर पर हिन्दू वर्ग का और AIMIM मुस्लिम वर्ग का नुमाइंदगी करता है. ऐसे में दोनों पार्टियों का लोकतांत्रिक होने का मतलब कोई अबोध भी आसानी से समझ सकता है. शायद यही वह मुख्य कारण है जिसके अक्स में AIMIM पार्टी को बीजेपी की ‘B’ पार्टी कही जाती है. ज्ञात हो, इस श्रेणी में झारखण्ड की जेवीएम पार्टी भी रही थी. ऐसे में सवाल है कई लोकतांत्रिक पार्टियों के दौर में AIMIM पार्टी को ही बीजेपी की ‘B’ पार्टी क्यों करार दी जाती है.
लोकतांत्रिक खतरों के दौर में भी AIMIM बीजेपी को क्यों दिखती है फायदा पहुंचाती
ज्ञात हो, मौजूदा बीजेपी शासन के दौर में कई बुद्धिजीवी व अनुभवी पत्रकारों का मानना है कि देश का लोकतंत्र खतरे में है. और बीजेपी के इस मंशा पूर्ति में मुस्लिम वर्गों को खुले तौर पर निशाना बनाया गया है. जिसके अक्स में देश की तमाम छोटी-बड़ी पार्टियाँ बहुवर्गों को संरक्षण देने हेतु एक हो रही है और इंडिया गठबंधन को धरातल पर उतारने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन, AIMIM ऐसे विकट परिस्थियों में भी इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को खुले तौर पर नुकसान पहुंचाने और बीजेपी-एनडीए को फायदा पहुंचाने से नहीं चुक रही है.
ज्ञात हो, स्व. मंत्री जगरनाथ महतो के विशाल छवि के अक्स में झारखण्ड की डुमरी विधानसभा उपचुनाव का नतीजा इंडिया गठबंधन के पक्ष में एकतरफा हो चला है और बीजेपी-आजसू-एनडीए गठबंधन पूरी तह से बैकफुट है. ऐसे में AIMIM सुप्रीमो ओवैसी का पदार्पण मुस्लिम मतदाताओं को भरमाने के लिए हुआ है. डुमरी की जनता का स्पष्ट तौर पर ओवैसी की पार्टी को पैराशूट पार्टी करार दे दिया गया है. जिसके अक्स में उनका मानना है कि बीजेपी गठबंधन जब भी कमजोर पड़ती है वह ओवैसी की पार्टी को पैराशूट पहना कर मैदान में कूदा देती है.