आइये, धरती आबा के सोना झारखण्ड के सपने को साकार करें – मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन (सन्देश)

आइये, धरती आबा के सोना झारखण्ड के सपने को साकार करें – झारखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन झारखण्ड का जनता के नाम सन्देश

झारखंड की एक विशाल वृक्ष के स्वरूप की परिकल्पना अधूरी है. हमारी सरकार इन्हीं जड़ों को सशक्त करने का काम कर रही है. विगत दो वर्षों में आपके सहयोग से कोरोना जैसी महामारी से सफलतापूर्वक निपटते हुए सरकार ने कई लोक कल्याणकारी योजनाओं को राज्य की जनता को समर्पित किया है.  आइये धरती आबा के सोना झारखण्ड के सपने साकार करें बाहरी मानसिकता

(जनता के नाम सन्देश )मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, झारखण्ड

धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के शुभ अवसर पर समस्त झारखंडवासियों को राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और जोहार. आज इस अवसर पर मैं अमर वीर शहीदों और आंदोलनकारियों के संघर्ष एवं शहादत को नमन करता हूं. यह देश की वही पावन धरती है जहां धरती आबा बिरसा मुंडा, वीर शहीद सिदोकान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो, नीलांबरपीतांबर, तेलंगा खड़िया, वीर बुधु भगत, पोटो हो और शेख भिखारी जैसे अनेक योद्धाओं ने जन्म लिया.

आज का शुभ दिन हम सब के लिए ऐतिहासिक है. यह दिन हमें उन क्रांतिकारी हूल आंदोलनों के उद्घोष की याद दिलाता है. प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण यहां की खूबसूरत वादियों से निकले क्रांतिकारी उद्घोष के आज कई मायने हैं. इन्ही उद्घोष की शक्ति के बल पर आज हम अपना वजूद बचा पाए हैं. वर्षों तक हमारे वीर पुरखों ने झारखंड, झारखंडियत और हक अधिकार के लिए संघर्ष किया, कई कुर्बानियां दीं. उनके खून-पसीने से सिंचित यह पावन धरती आज अपने 21 वर्ष पूरे कर रही है. 

वीर पुरखों द्वारा संजोये गए सोना झारखंड के सपने को पूरा करने की दिशा में युवा झारखण्ड मजबूती से आगे बढ़ रहा है

21 वर्ष का यह युवा झारखंड, वीर पुरखों द्वारा संजोये गए सोना झारखंड के सपनों को पूरा करने की ओर आगे बढ़ रहा है. समृद्ध झारखंड, झारखंडियत, जल-जंगल-जमीन के संरक्षण, गरीब-गुरबों और राज्य की जनता की आशाओं-आकांक्षाओं की पूर्ति आदि के सपने लिए राज्य आज एक पौधे से वृक्ष बनने की ओर बढ़ रहा है. 

झारखंड को यह स्वरूप देने में इस वृक्ष की सशक्त जड़ों-जैसे अमर वीर शहीदों की शहादत, आंदोलनकारियों का संघर्ष, झारखंडियत, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, सुदृढ़ स्वास्थ्य सेवा, सशक्त किसान, संघर्षी बुजुर्ग, प्रतिभावान युवा बल, स्वावलंबी महिलाओं, मेहनतकश श्रमिकों, प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों, वनधनपशुधन, समृद्ध संस्कृति और परंपराओं, ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्था, उद्योग और पर्यटन, होनहार खिलाड़ियों और विभिन्न खेलों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. आज इस अवसर पर मैं पूर्ववर्ती उन सभी सरकारों को भी जोहार करता हूँ जिन्होंने अपनी पूरी ऊर्जा के साथ राज्य को आगे बढ़ाने में मदद दी…

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