सीएम हेमन्त का मणिपुर में फंसे छात्रों को वापस लाना एक बेहतरीन फैसला 

मणिपुर हिंसा में फंसे छात्रों को सकुशल झारखण्ड वापस लाना सीएम हेमन्त सोरेन का बेहतरीन फैसला. सीएम व मंत्री सत्यानन्द भोक्ता के नेतृत्व में श्रम विभाग दे रहा अपना सर्वोत्तम. वापस लौटे छात्रों ने सीएम को कहा धन्यवाद.

रांची : ज्ञात हो, कर्नाटक चुनाव के बीच मणिपुर में प्रायोजित हिंसा जारी है. वहां के आदिवासी अपने अस्तिव के बचाव में संघर्ष कर रहे हैं. ऐसे में अन्य राज्यों के छात्रों व प्रवासी मजदूरों में डर की स्थिति बनी हुई है. झारखण्ड के सीएम हेमन्त सोरेन के द्वारा भी तत्काल अपने लोगों की सकुशल वापसी कराने का निर्णय लिया गया है. इस कड़ी में प्राथमिकता के आधार पर पहले चरण में झारखंड के 21 छात्र-छात्राओं की सकुशल झारखण्ड वापसी हुई है. छात्रों ने सीएम को धन्यवाद कहा है. 

सीएम हेमन्त का मणिपुर में फंसे छात्रों को वापस लाना एक बेहतरीन फैसला

झारखण्ड के 20 वर्षों के इतिहास में पहली बार सीएम हेमन्त सोरेन के कार्यकाल में जनता को राज्य का धरोहर समझा गया है. सीएम ने राज्य की जनता को झारखण्ड की सम्पति मानने की नीति पर आगे बढ़े हैं. ज्ञात हो, इसकी पहली तस्वीर कोरोना काल में दिखी थी. तमाम पाबंदियों के बावजूद सीएम ने स्वयं आगे बढ़ कर अपने लोगों की घर वापसी की थी. साथ ही लगातार अन्य राज्यों में मानव तस्करी समेत अन्य मामलों में फंसे युवाओं व बेटियों की घर वापसी करा उन्हें छत देते रहे हैं.

झामुमो मंत्री सत्यानन्द भोक्ता नेतृत्व में श्रम विभाग भी दे रहा अपना सर्वोत्तम  

सीएम सोरेन की भांति झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के मंत्री भी झारखण्ड के भावनाओं को सम्मान देने में पिछे नहीं हैं. स्वर्गीय शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतों के भांति श्रम मंत्री सत्यानन्द भोक्ता भी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं. उनके नेतृत्व में श्रम विभाग व राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष कोरोना से लेकर अबतक उतपन्न हर परिस्थितियों में अपना सर्वोत्तम दिया है. विभाग को मणिपुर हिंसा में फंसे 34 छात्रों की सूची प्राप्त हुई थी, जिसमें  से 21 विद्यार्थियों झारखण्ड वापस लाया जा चुका है.

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