शिव सेना किसका राजनीतिक दल है ?

शिव सेना राजनीतिक दल का स्थापना कब और किसके द्वारा हुई?

शिव सेना भारत का एक क्षेत्रीय प्रखर हिन्दू राष्ट्रवादी राजनैतिक दल है,  जो मुख्य रूप से देश के महाराष्ट्र प्रांत (राज्य) में सक्रिय है। इसकी स्थापना 19  जून 1966 में एक प्रमुख राजनीतिक कार्टुनिस्ट स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे द्वारा की गयी थी। बाल केशव ठाकरे भारत के महाराष्ट्र प्रदेश के प्रसिद्ध राजनेता थे। उन्हें लोग प्यार से बालासाहेब ठाकरे भी कहते हैं। वे मराठी में सामना नामक अख़बार निकालते थे जो काफी लोकप्रिय भी मानी जाती है। उनके अनुयायी उन्हें हिन्दू हृदय सम्राट भी कहते हैं।

ठाकरे ने अपने जीवन का सफर एक कार्टुनिस्ट के रूप में शुरू किया था। पहले वे अंग्रेजी अखबारों के लिये कार्टून बनाते थे। बाद में उन्होंने सन 1960 में मार्मिक के नाम से अपना एक स्वतंत्र साप्ताहिक अखबार निकाला और अपने पिता केशव सीताराम ठाकरे के राजनीतिक दर्शन को महाराष्ट्र में प्रचारित व प्रसारित करने लगे। इसी से प्रेरित हो सन् 1966 में उन्होंने शिव सेना की स्थापना की।

वर्तमान में इस दल के लोक सभा में 18 व राज्य सभा में 4 सदस्य हैं। यह दल शुद्ध रूप हिंदुत्ववादी विचार धारा मानने वाली दल है, इन्हीं कारणों से पूर्व में इसका गठबंधन भाजपा जैसे दल के साथ रही। बालासाहेब ठाकरे के काल में यह न केवल महाराष्ट्र में भाजपा के बड़े भाई की भूमिका निभाती थी, बल्कि अयोध्या मंदिर ध्वस्त में सक्रिय भूमिका निभाई थी। लेकिन मोदी काल में भाजपा व शिव सेना के सम्बन्धो में दूरियाँ इस हद तक तक बढ़ी कि दोनों के रास्ते तक अलग हो गए।

वर्तमान में इस दल के महाराष्ट्र विधान सभा में 56 निर्वाचित सदस्य (विधायक) हैं और UPA गठबंधन के तहत सरकार चला रही है। वर्तमान समय मे शिवसेना का नेतृत्व बालासाहेब ठाकरे के पुत्र उद्धव ठाकरे कर रहे है ओर वें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहे हैं। इस दल का प्रतीक चिन्ह (लोगो) बाघ है, लेकिन चुनाव निशान तीर धनुष है और झंडे का रंग नारंगी (भगवा) है। देश भर में शिव सेना की पहचान एक कट्टर हिन्दू राष्ट्रवादी दल के रूप में है और इसका मुख्यालय शिवसेना भवन, राम गणेश गडकरी चौक, दादर, मुंबई 400 028 है।

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