राजमहल थाने की हाजत में मंगलवार अहले सुबह दुष्कर्म मामले के आरोपी विजय मंडल (22) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कार्यपालक दंडाधिकारी कृष्ण मुरारी तिर्की की मौजूदगी में अनुमंडलीय अस्पताल के तीन डॉक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया।
विजय मंडल के विरुद्ध एक नाबालिग ने दुष्कर्म करने का मामला राजमहल थाना में दर्ज कराया था। कांड के अनुसंधानकर्ता की दबिश से आरोपी ने सोमवार को थाने पहुंच खुद ही सरेंडर कर दिया था। उधर, मंगलवार की सुबह करीब चार बजे जब एक पुलिसकर्मी की हाजत में नजर पड़ी तो आरोपी को नहीं देखा। पास जाकर देखा तो पाया कि वह फांसी के फंदे से लटका है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी चिरंजीत प्रसाद पहुंचे और फांसी लगाए युवक की वीडियो बनाकर तत्काल वरीय अधिकारी को सूचित किया।
सूचना पर एसपी राजमहल थाना पहुंचे। थाना प्रभारी चिरंजीत प्रसाद ने बताया कि चौकीदार भद्दू मंडल के बयान पर इस मामले में यूडी केस दर्ज किया गया है। एसपी अमन कुमार ने बताया कि कि दंडाधिकारी की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। मामले की जांच न्यायिक पदाधिकारी के माध्यम से होने का प्रावधान है। थाना की विधि व्यवस्था की जांच एसडीपीओ राजमहल के माध्यम से की जा रही है।
लेकिन मृतक विजय मंडल के पिता निमाई मंडल ने पत्रकारों के सामने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उसके पुत्र के साथ थाना में मारपीट की, इससे उसकी मौत हुई है। उसका पुत्र खुद थाने आया था। हालांकि पिता ने अभी तक इस मामले में किसी वरीय पुलिस अधिकारी के पास शिकायत नहीं की है। जबकि एसपी ने पिता के आरोप को बेबुनियाद बताया है।