कोरोनावायरस : लॉकडाउन से गोवा में फंसे 1,000 विदेशियों की होगी वतन वापसी

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कोरोनावायरस : लॉकडाउन से गोवा में फंसे 1,000 विदेशियों की होगी वतन वापसी

लॉकडाउन से गोवा में फंसे 1,000 विदेशियों को उनके देश वापिस भेजा जा रहा है.

नई दिल्ली: ब्रिटेन, रूस, यूरोप और कतर से आए लगभग 2,000 विदेशी जो कि छुट्टियों के लिए गोवा आए हुए थे, भारत में लॉकडाउन के बाद से यहां फंसे हुए थे. पिछले एक हफ्ते से इन विदेशी नागरिकों को स्पेशल फ्लाइट के जरिए भारत से रवाना किया जा रहा है. शनिवार और रविवार को गोवा में फंसे 1,000 विदेशियों को अपने देश वापिस ले जाने के लिए जर्मनी, रूस और यूरोपीय देशों से स्पेशल फ्लाइट आएंगी.

देशव्यापी लॉकडाउन के बीच गोवा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से करीब 560 विदेशी नागरिक 1 अप्रैल को दो अलग-अलग उड़ानों से पेरिस और फ्रेंकफर्ट के लिए रवाना हुए. गोवा हवाई अड्डे ने ट्वीट किया कि 246 यात्रियों और दो नवजात शिशुओं को लेकर नौवां राहत विमान पेरिस के लिए रवाना हुआ. यह कतर एयरवेज का विमान था. उसने बताया कि बुधवार को यह इस हवाई अड्डे से तीसरी राहत उड़ान थी. इसमें बताया गया, ‘‘कुल मिलाकर आज तक 1831 वयस्कों और 14 नवजात शिशुओं को घर भेजा गया है.” 1 अप्रैल की सुबह ही गोवा हवाई अड्डे से मुंबई होते हुए फ्रेंकफर्ट के लिए आठवें राहत विमान ने उड़ान भरी थी जिसमें 314 विदेशी सवार थे. यह एयर इंडिया का विमान था.

ट्रैवल एंड टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ गोवा (टीटीएजी) के अध्यक्ष सवियो मेसियस ने कहा कि तटीय राज्य में फंसे अधिकांश पर्यटक ब्रिटिश नागरिक हैं क्योंकि कई अन्य देशों के पर्यटक यहां से जा चुके हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ गोवा में 1500 से लेकर दो हजार विदेशी फंसे थे.इनमें से अधिकतर ब्रिटेन के नागरिक हैं. हमें कई विदेशियों की मदद के लिए फोन आ रहे हैं. कई ने ब्रिटिश दूतावास और गोवा पुलिस से भी सम्पर्क किया है.” उन्होंने बताया कि उन्हें ले जाने के लिए विमान आ रहे हैं लेकिन सबसे बड़ी समस्या गोवा हवाई अड्डे पर पहुंचने की है क्योंकि टैक्सियां नहीं चल रही हैं.

इसलिए विदेशियों को ले जाने के लिए 40 टैक्सी चालकों को विशेष पास भी जारी किए गए हैं. 31 मार्च को एक विशेष विमान में जर्मनी और अन्य यूरोपीय संघ के 317 पर्यटकों को गोवा से फ्रैंकफर्ट भेजा गया था. रोसिया एयरलाइंस का एक विमान भी रूस और उसके पड़ोसी देश के 133 पर्यटकों को लेकर गोवा से 31 मार्च को रवाना हुआ था.

बता दें कि अर्टानिया क्रूज जहाज पर सवार करीब 800 जर्मन नागरिकों को 30 मार्च को निजी विमानों से अपने देश लौट दिया गया.  

(भाषा से इनपुट के साथ) 

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